1 लक्षद्वीप में शाखा खोलने वाला पहला निजी बैंक बना एचडीएफसी
निजी ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने लक्षद्वीप के कवरत्ती द्वीप में एक शाखा खोली है, जिससे यह केंद्र शासित प्रदेश में उपस्थिति रखने वाला एकमात्र निजी क्षेत्र का बैंक बन गया है। इस शाखा का उद्देश्य व्यक्तिगत बैंकिंग और डिजिटल बैंकिंग समाधानों पर ध्यान देने के साथ सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करके लक्षद्वीप में बैंकिंग बुनियादी ढांचे को उन्नत करना है। शाखा क्षेत्र में व्यक्तियों, परिवारों और व्यवसायों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए खुदरा विक्रेताओं के लिए क्यूआर-आधारित लेनदेन सहित अनुकूलित डिजिटल समाधान प्रदान करेगी।
2 एसएनए 7 शक्तिपीठों पर ‘संगीत और नृत्य के शक्ति-महोत्सव’ का आयोजन कर रहा
संगीत नाटक अकादमी (एसएनए) 9 से 17 अप्रैल 2024 तक देश के सात भिन्न-भिन्न शक्तिपीठों में ‘शक्ति-संगीत और नृत्य का एक उत्सव’ महोत्सव का आयोजन कर रही है। एसएनए, कला प्रवाह श्रृंखला के तहत, मंदिर परंपराओं को देश में पुनर्जीवित करने के लिए ‘शक्ति संगीत और नृत्य का एक उत्सव‘ नाम से एक आयोजन कर रही है। यह उत्सव पवित्र नवरात्रि के दौरान अप्रैल 2024 में किया जा रहा है। चूंकि नवरात्रि नौ देवियों की शक्ति का प्रतीक है। इसलिए एसएनए 9 से 17 अप्रैल 2024 तक देश के विभिन्न हिस्सों के सात शक्तिपीठों में मंदिर परंपराओं का उत्सव मना रही है। शक्ति उत्सव का उद्घाटन 9 अप्रैल 2024 को गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में किया गया। इसके बाद इस महोत्सव का आयोजन देश के सात भिन्न शक्तिपीठों में किया जाएगा।
3 भारत ने लगातार पांचवीं बार डब्ल्यूटीओ में शांति खंड लागू किया
भारत ने विपणन वर्ष 2022-23 के दौरान निर्धारित सीमा से अधिक चावल सब्सिडी का हवाला देते हुए एक बार फिर लगातार पांचवीं बार विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में शांति खंड का उपयोग किया है। 10% घरेलू समर्थन सीमा का उल्लंघन करने के बावजूद, भारत को 2013 बाली मंत्रिस्तरीय बैठक में सहमत शांति खंड प्रावधान के कारण तत्काल प्रभाव का सामना नहीं करना पड़ता है। 2022-23 में भारत का चावल उत्पादन 52.8 बिलियन डॉलर था, जिसमें कुल 6.39 बिलियन डॉलर की सब्सिडी थी, जो 10% घरेलू समर्थन सीमा से 2% अधिक थी। हालांकि यह उल्लंघन स्वीकार किया गया है, लेकिन शांति खंड समझौते के तहत दंड लागू नहीं होता है।
4 भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अप्रैल-जून 2024 मौसम के लिए चक्रवात पूर्व अभ्यास आयोजित किया
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आईएमडी महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र की अध्यक्षता में मौसम भवन, नई दिल्ली में हाइब्रिड मोड में अप्रैल-जून 2024 मौसम के लिए चक्रवात पूर्व अभ्यास किया। यह अभ्यास आपदा प्रबंधन में विभिन्न हितधारकों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए चक्रवात पूर्व मौसम और चक्रवात के बाद के मौसम में आयोजित द्विवार्षिक अभ्यास का एक हिस्सा था। आईएमडी के महानिदेशक ने कहा, “भारत के पास सर्वश्रेष्ठ पूर्व चेतावनी प्रणाली और मौसम पूर्वानुमान मॉडल में से एक है।” उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और भारतीय सशस्त्र बलों जैसे सेना, नौसेना वायु सेना, तट रक्षक आदि के निरंतर सहयोग के साथ-साथ चक्रवात पूर्वानुमान में हाल के दिनों में आईएमडी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
5 भारत में यूनिकॉर्न निर्माण की गति धीमी हुई: हुरुन यूनिकॉर्न इंडेक्स 2024
हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2024 रिपोर्ट के अनुसार, भारत में यूनिकॉर्न स्टार्टअप के निर्माण की गति 2017 के बाद से धीमी हो गई है। हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद भारत अभी भी दुनिया में यूनिकॉर्न का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र है। हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स वर्ष 2000 से प्रकाशित किया जा रहा है और यह दुनिया के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप को रैंकिंग प्रदान करता है। इस सूचकांक में केवल वही स्टार्टअप शामिल हैं जिनकी वैल्यूशन ( मूल्यांकन) कम से कम एक अरब अमेरिकी डॉलर हो और किसी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नहीं हो। हुरुन रिसर्च के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 53 देशों के 291 शहरों में 1,453 यूनिकॉर्न थे। रिपोर्ट के अनुसार 2023 में विश्व में ,हर दो मिनट में एक यूनिकॉर्न बना। संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्तिथ सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र ने दुनिया की यूनिकॉर्न राजधानी के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी है। प्रसिद्ध सिलिकॉन वैली सैन फ्रांसिस्को शहर में स्थित है। सिंगापुर, यूनिकॉर्न के लिए सबसे तेजी से बढ़ते केंद्र के रूप में उभरा है।
6 असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में ऊतक संवर्द्धन प्रयोगशाला
हाल ही में दिल्ली वन विभाग ने दुर्लभ देशी वृक्षों के संरक्षण हेतु असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में एक टिशू कल्चर लैब (ऊतक संवर्द्धन प्रयोगशाला) की स्थापना के लिये पहल की है। लैब का प्राथमिक उद्देश्य दिल्ली के नियंत्रित वातावरण में लुप्तप्राय देशी वृक्षों को उगाना और आक्रामक प्रजातियों के कारण पुनर्जनन संबंधी चुनौतियों का सामना करने वाली प्रजातियों के पौधों को पुनर्जीवित करना है। प्रयोगशाला इन-विट्रो पूर्ण विकसित पौधे (in-vitro fully grown plant) से पौधे के ऊतकों को निकालने में सक्षम होगी, जिससे एक ही वृक्ष से कई वृक्ष तैयार किये जा सकेंगे। इसके लिये वन विभाग, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (ICFRE) और वन अनुसंधान संस्थान (FRI) के वनस्पति विज्ञानियों तथा वैज्ञानिकों से सहायता लेगा।
7 एशियाई विकास बैंक ने बढ़ाया भारत की जीडीपी वृद्धि का पूर्वानुमान
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष (FY25) के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान पिछले अनुमान 6.7% से बढ़ाकर 7% कर दिया है। यह वृद्धि सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में मजबूत निवेश के साथ-साथ उपभोक्ता मांग में सुधार से प्रेरित होगी। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए एडीबी ने भारत की वृद्धि दर 7.2% रहने का अनुमान लगाया है। चालू वित्त वर्ष के लिए विकास अनुमान 2022-23 वित्तीय वर्ष में 7.6% अनुमानित जीडीपी विस्तार से कम है, जहां मजबूत निवेश प्राथमिक चालक था।
8 ICICI लोम्बार्ड ने पॉलिसीबाजार के साथ की साझेदारी
प्राइवेट सेक्टर की जनरल इंश्योरेंस कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी (ICICI Lombard General Insurance Company) ने पॉलिसीबाजार (Policybazaar) से साझेदारी की है। दोनों के बीच यह रणनीतिक साझेदारी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के व्यापक प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और पॉलिसीबाजार की व्यापक पहुंच को एक साथ लाती है, जो भारतीय कंज्यूमर्स के लिए इंश्योरेंस सॉल्यूशन (बीमा समाधान) तक पहुंच को आसान बनाती है। ICICI लोम्बार्ड का शेयर गिरावट के साथ 1696.90 के स्तर पर बंद हुआ।
9 11 अप्रैल : विश्व पार्किंसंस दिवस
दुनियाभर में हर साल 11 अप्रैल को वर्ल्ड पार्किंसंस डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है। बावजूद इसके आज भी लाखों ऐसे लोग हैं,जो इस बीमारी का नाम तक नहीं जानते होंगे। दरअसल, पार्किंसंस रोग को लोग बुजुर्गों को होने वाली वाली समझते हैं, लेकिन बता दें, यह बीमारी युवाओं को भी हो सकती है। 11 अप्रैल 1755 को डॉ. जेम्स पार्किंसन का जन्म हुआ था। इन्होंने 1817 में न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार के पहले मामले की खोज की थी। उनके इस योगदान के सम्मान के लिए 1997 से हर साल 11 अप्रैल को विश्व पार्किंसंस दिवस मनाया जाता है।