1. भारत 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी भारत पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और 2027-28 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अभी भारत की अर्थव्यवस्था 3 दशमलव 5 ट्रिलियन डॉलर की है और 2047 तक, जब देश स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा होगा, तब देश की अर्थव्यवस्था 30-35 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में भारत का निर्यात 750 अरब अमरीकी डॉलर के पार चला गया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत औषधि और खाद्यान के क्षेत्र में प्रमुख देश और दूसरे देशों के विश्वासपात्र साझीदार के रूप में उभर रहा है। पीयूष गोयल ने कहा है कि 2022-23 में भारत का निर्यात बढकर 765 अरब अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया है।
2. सी.आर. राव ने सांख्यिकी 2023 में अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीता
प्रमुख भारतीय-अमेरिकी गणितज्ञ और सांख्यिकीविद् कैल्यामपुडी राधाकृष्ण राव को सांख्यिकी में 2023 का अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार इस क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के बराबर है। 75 साल पहले उनके कार्यों ने सांख्यिकीय सोच में क्रांति ला दी थी। इंटरनेशनल प्राइज इन स्टैटिस्टिक्स फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि 75 साल पहले राव का काम विज्ञान पर गहरा प्रभाव डालता है। सीआर राव, जो अब 102 वर्ष के हैं, उन्हें ओटावा, ओंटारियो, कनाडा में द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान विश्व सांख्यिकी कांग्रेस में इस जुलाई में 80,000 अमरीकी डालर के पुरस्कार के साथ सम्मानित किया जाएगा।
3. कर्नाटक मुख्य निर्वाचन कार्यालय का राज्य भर में स्वीप नाम से मतदाता जागरूकता अभियान
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं के नामांकन, चुनावी भागीदारी और मतदान में सुधार के लिए राज्य भर में घर-घर जाकर व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी अभियान चलाया है। स्वीप नाम के इस अभियान के वरिष्ठ सलाहकार और मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी.एस. वस्त्राद ने मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें चुनाव के दिन मतदान के लिए प्रेरित करने के प्रयासों के बारे में बताया।
4. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू-कश्मीर के रामबन में पीड़ा-कुन्फर सुरंग का उद्घाटन किया
केंद्रीय सडक, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू-कश्मीर के रामबन में पीडा-कुंफर सुरंग का उद्घाटन किया। पीडा-कुंफर सुरंग की नौ सौ 24 मीटर लंबी पहली ट्यूब नशरी और रामबन के बीच के भीड-भाड और दुर्घटना संभावित क्षेत्र से अलग होकर गुजरेगी। यह सुरंग जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उधमपुर और रामबन के बीच चल रही चार लेन वाली परियोजना का हिस्सा है। पीडा-कुंफर सुरंग की दूसरी ट्यूब का काम भी प्रगति पर है।
5. यूएसएस मिलियस ने स्प्रैटली द्वीप समूह के पास नौवहन अधिकार और स्वतंत्रता मिशन का संचालन किया : अमरीकी नौसेना
अमरीकी नौसेना ने कहा है कि उसके निर्देशित-मिसाइल विध्वंसक जहाज यूएसएस मिलियस ने दक्षिण चीन सागर में स्प्रैटली द्वीप समूह के पास नौवहन अधिकार और स्वतंत्रता मिशन का संचालन किया। अमरीकी नौसेना ने कहा कि यह अभियान अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप संचालित किया गया। नौसेना ने कहा, ऑपरेशन के समापन पर, यूएसएस मिलियस अत्यधिक दावेदारी वाले क्षेत्र से बाहर निकल गया और दक्षिण चीन सागर में उसने अभियान जारी रखा। अमरीका ने चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान के विरुद्ध चीनी कार्रवाई के बाद यह घोषणा की।
6. भारत और युगांडा ने व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर विचार-विमर्श किया
तीन दिनों की यात्रा पर युगांडा पहुंचे विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने वहां के राष्ट्रपति योवारी के. मुसेवेनी से रवाकितुरा में मुलाकात की। डॉ. जयशंकर ने उन्हें गुट-निरपेक्ष अभियान की अध्यक्षता ग्रहण करने पर बधाई दी। विदेश मंत्री ने व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, रक्षा, डिजिटल और कृषि संबंधी मामलों में सहयोग पर विचार-विमर्श भी किया। युगांडा यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने वाराणसी में तुलसी घाट पुनरुद्धार परियोजना का शुभारंभ किया। उन्होंने इस सिलसिले में ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी की युगांडा शाखा की ओर से विश्व के सबसे प्राचीन नगर में सौंदर्यीकरण की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि नील नदी के किनारे रहने वाले लोगों की गंगा को लेकर प्रतिबद्धता हमारी दो संस्कृतियों के मिलन को परिलक्षित करती है। वाराणसी की विरासत का संरक्षण भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान को रेखांकित करता है। उन्होंने कहा कि इसका गहरा वैश्विक प्रभाव पड़ेगा। अपनी युगांडा यात्रा के दौरान डॉक्टर जयशंकर जिन्जा में राष्ट्रीय अपराध विज्ञान विश्वविद्यालय के एक परिसर का उद्घाटन करेंगे। विदेश मंत्री 13 से 15 अप्रैल तक मोजाम्बिक की यात्रा पर रहेंगे।
7. भारतीय नौसेना का नौसेना उड्डयन उद्योग आउटरीच कार्यक्रम कोलकाता में आयोजित
भारतीय नौसेना का नौसेना उड्डयन उद्योग आउटरीच कार्यक्रम भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के पूर्वी क्षेत्र (ईआर) के सहयोग से 11 अप्रैल, 2023 को कोलकाता में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एचक्यूईएनसी के तत्वाधान में बैरकपुर के नौसेना लायजन प्रकोष्ठ द्वारा किया गया। नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख (डीसीएनएस) वाइस एडमिरल संजय महेन्द्रू ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की जिसमें तीनों सेनाओं, तट रक्षक, डीआरडीओ और सीआईआई (ईआर) के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपने दृष्टिकोण साझा किए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ‘नवोन्मेषण-एकीकरण-स्वदेशीकरण‘ के लिए अनूकूल एक इको सिस्टम को बढ़ावा देना था जिसमें कोलकाता और उसके आसपास प्रचालन कर रहे 100 से अधिक उद्योग साझीदारों की सक्रिय सहभागिता देखी गई। कार्यक्रम के दौरान, एयर स्टोर्स के स्वदेशीकरण के लिए पुस्तिका (एमआईएनएएस) के द्वितीय संस्करण, जिसकी 2010 में इसके आरंभिक प्रकाशन के बाद व्यापक समीक्षा की गई है, का डीसीएनएस द्वारा अनावरण किया गया।
8. झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह को त्रिपुरा हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 217 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश श्री अपरेश कुमार सिंह को त्रिपुरा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त कर दिया है, जो उनके कार्यभार ग्रहण करने से प्रभावी हो जाएगा।
9. वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के सबसे नजदीक ब्लैक होल (Black Hole) की खोज की
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के निकटतम ब्लैक होल की खोज की है। इस खोज ने इन गूढ़ ब्रह्मांडीय वस्तुओं (cosmic objects) का अध्ययन करने और ब्रह्मांड को आकार देने में उनकी भूमिका को समझने के लिए संभावनाओं की एक नई दुनिया खोल दी है। ब्लैक होल तब बनते हैं जब बड़े पैमाने पर तारे अपने स्वयं के गुरुत्वाकर्षण बल के तहत ढह जाते हैं, जिससे अविश्वसनीय रूप से घनी वस्तुएँ बनती हैं। वे इतने घने होते हैं कि उनका गुरुत्वाकर्षण इतना मजबूत होता है कि वह किसी भी चीज को फँसा सकता है, जिसमें प्रकाश भी शामिल है। BH1 अब तक का खोजा गया सबसे निकटतम ब्लैक होल है। यह पृथ्वी से सिर्फ 1,560 प्रकाश वर्ष दूर ओफिचुस (Ophiuchus) नक्षत्र की दिशा में स्थित है। इसकी खोज खगोलविदों की एक टीम ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) गैया उपग्रह का उपयोग करके की थी, जिसे मिल्की वे आकाशगंगा में सितारों की स्थिति और गति को सटीक रूप से मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है। BH1 के अलावा, गैया उपग्रह ने पृथ्वी के दूसरे निकटतम ब्लैक होल, Gaia BH2 को भी खोजा, जो कि तारामंडल सेंटारस (Centaurus) में 3800 प्रकाश वर्ष दूर है।
10. ऑपरेशन कुकी मॉन्स्टर
FBI और न्याय विभाग ने हाल ही में साइबर अपराध से निपटने के लिए एक बड़े अभियान का नेतृत्व किया। “ऑपरेशन कुकी मॉन्स्टर” (Operation Cookie Monster) नामक इस प्रयास में कानून प्रवर्तन अधिकारियों का एक अंतर्राष्ट्रीय संघ शामिल था और इसके परिणामस्वरूप रूस से जुड़े बाज़ार (cybercrime website) जेनेसिस मार्केट (Genesis Market) को बंद किया गया, जिसने दुनिया भर के साइबर अपराधियों को लाखों हैक किए गए खातों को बेच दिया था। हैक किए गए खातों की खरीद और बिक्री के लिए जेनेसिस मार्केट दो सबसे बड़े स्थानों में से एक था। इसमें एक परिष्कृत और दुनिया भर में फैला हुआ बुनियादी ढांचा था जिसने लगभग 1 मिलियन उपकरणों से समझौता किया था। चोरी किए गए निजी डेटा, जैसे ईमेल पते, मोबाइल डिवाइस पहचानकर्ता, उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड को संकलित करके मैलवेयर-संक्रमित कंप्यूटर सिस्टम से इस बाजार को फायदा हुआ। ट्रेजरी के अनुमान के मुताबिक, जेनेसिस मार्केट की अवैध गतिविधियों की कीमत करीब करोड़ों डॉलर है।
11. रैकून स्टीलर मैलवेयर से आठ सरकारी संस्थाएं प्रभावित
हाल के एक साइबर हमले में, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और आयकर विभाग सहित केंद्र सरकार की आठ संस्थाओं को रैकून स्टीलर मैलवेयर द्वारा टारगेट किया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तहत एक विशेष खुफिया एजेंसी, राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) द्वारा प्रभावित एजेंसियों के ध्यान में इस हमले को लाया गया था। रैकून स्टीलर (Raccoon Stealer) एक सूचना चोरी करने वाला मैलवेयर है जो आमतौर पर ईमेल के माध्यम से भेजा जाता है। यह संक्रमित मशीनों से संवेदनशील डेटा को पुनः प्राप्त करता है और मालवेयर-एज़-ए-सर्विस (MaaS) के रूप में उपलब्ध है। इसका मतलब है कि कोई भी इस मैलवेयर को खरीद सकता है और दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है।
12. तमिलनाडु विस ने प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति से राज्यपाल के विधेयकों को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने का किया आग्रह
तमिलनाडु विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें केंद्र सरकार और राष्ट्रपति से आग्रह किया गया है कि सदन में लाए गए विधेयकों को राज्यपालों द्वारा अपनी सहमति देने के लिये एक समय सीमा निर्धारित की जाए। यह प्रस्ताव राज्यपाल की इस टिप्पणी के बाद आया जिसमें इन्होंने कहा कि रोके जाने वाले विधेयकों को “डेड” माना जाना चाहिये। संविधान के अनुसार विधानसभा द्वारा भेजे गए विधेयक को राज्यपाल अस्वीकार नहीं कर सकता है। वह अपनी आपत्तियों या टिप्पणियों के साथ सरकार को विधेयक वापस कर सकता है और यदि विधानसभा इसे दूसरी बार मंज़ूरी देती है तो वह या तो अपनी सहमति दे सकता है या राष्ट्रपति के विचार के लिये विधेयक को सुरक्षित रख सकता है। वह विधेयक को अपने पास भी रख सकता है जिसे सर्वोच्च न्यायालय द्वारा परिभाषित किया गया है। विधेयक को अपने पास रख लेने की स्थिति में यह मृत हो जाता है। हालाँकि संविधान में विधेयक को मंज़ूरी देने हेतु राज्यपाल के लिये समय सीमा का निर्धारण नहीं किया गया है।
13. पिछले एक वर्ष में बायोटेक किसान योजना के दौरान 1 लाख 60,000 से अधिक किसान लाभ प्राप्त कर चुके
बायोटेक-कृषि इनोवेशन साइंस एप्लीकेशन नेटवर्क (किसान) योजना से विगत एक वर्ष में 1 लाख 60 हज़ार से भी अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। बायोटेक-किसान योजना वर्ष 2017 में शुरू की गई किसान-केंद्रित योजना है जिसे जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत किसानों के लिये शुरू किया गया था। यह हब-एंड-स्पोक मॉडल का अनुसरण करने वाली एक अखिल भारतीय योजना है, जो किसानों में उद्यमशीलता के साथ-साथ नवाचार को प्रोत्साहित करने और महिला किसानों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। इसमें स्थानीय कृषि के विकास को प्रोत्साहन देने हेतु नेतृत्त्व प्रदान करने वालों की पहचान करने पर बल दिया जाता है। इससे कृषि से संबंधित ज्ञान के हस्तांतरण के साथ वैज्ञानिक कृषि को प्रोत्साहन मिलता है। देश के सभी 15 कृषि जलवायु क्षेत्रों के साथ आकांक्षी ज़िलों में बायोटेक-किसान हब स्थापित किये गए हैं।
14. वैज्ञानिकों को आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में 15 दुर्लभ पृथ्वी तत्व मिले
नेशनल जियोफिज़िकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) के वैज्ञानिकों ने आंध्र प्रदेश के अनंतपुर ज़िले में दुर्लभ मृदा धातु (Rare Earth Elements-REE) की खोज की है। REE में 15 लैंथेनाइड्स सहित 17 रासायनिक तत्त्वों का एक समूह लैंथेनम (La), सेरियम (Ce), प्रेजोडियम (Pr), नियोडिमियम (Nd), प्रोमेथियम (Pm), समैरियम (Sm), यूरोपियम (Eu), गैडोलीनियम (Gd), टेरबियम (Tb), डिस्प्रोसियम (Dy), होल्मियम (Ho), एर्बियम (Er), थुलियम (Tm), येटरबियम (Yb), ल्यूटेटियम (Lu) और दो अतिरिक्त तत्त्व स्कैंडियम (Sc) तथा यत्रियम (Y) शामिल हैं। वे स्मार्टफोन, कंप्यूटर और जेट विमान जैसे आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले स्थायी चुंबक बनाने के लिये विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण हैं।
15. बेंगलुरु का उल्सूर बाज़ार डाकघर 3D प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके निर्मित भारत का पहला डाकघर
बेंगलुरु का उल्सूर बाज़ार डाकघर 3D प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके निर्मित भारत का पहला डाकघर बनने के लिये तैयार है। त्रि-आयामी मुद्रण, जिसे एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक क्रांतिकारी तकनीक है जिसका निर्माण उद्योग में तेज़ी से उपयोग किया जा रहा है। 3D प्रिंटिंग के साथ, कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD) सॉफ्टवेयर का उपयोग करके जटिल और अनुकूलित डिज़ाइन का निर्माण संभव है। इस तकनीक का उपयोग किसी एक भाग, संरचना और यहाँ तक कि पूरी इमारतों को बनाने के लिये किया जा सकता है। निर्माण में 3D प्रिंटिंग के मुख्य लाभों में से एक निर्माण समय और लागत को कम करने की क्षमता है। व्यापक संरचना (संरचनात्मक आकृतियों में कंक्रीट बनाने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाले मोल्ड), पाइट और श्रम की आवश्यकता को समाप्त करके, निर्माण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सकता है और महत्त्वपूर्ण बचत की जा सकती है। इसके अलावा, 3D प्रिंटिंग लाइटर और अधिक टिकाऊ संरचनाओं के निर्माण की अनुमति देती है जो पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। इसके कई लाभों के बावजूद, अभी भी निर्माण में 3D प्रिंटिंग से जुड़ी कुछ चुनौतियाँ हैं। मुख्य चुनौतियों में से एक प्रिंटर का सीमित आकार है, जिससे बड़ी इमारतों का निर्माण करना मुश्किल हो जाता है। इसके अतिरिक्त, 3D प्रिंटिंग के लिये उपयोग की जाने वाली सामग्री अभी भी सीमित है, जो कि बनाई जा सकने वाली संरचनाओं की विविधता को सीमित करती है।
16. तेलंगाना ने सब्जियों के अपशिष्ट से बिजली उत्पन्न की
हैदराबाद में बोवेनपल्ली सब्जी बाज़ार ने एक अभिनव अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली लागू की है। बाज़ार में प्रतिदिन लगभग 10 टन अपशिष्ट इकट्ठा होता है, जिसे अब अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से जैव-विद्युत, बायोगैस और जैव-खाद में परिवर्तित किया जाता है। बिना बिकी और सड़ी हुई सब्जियों को काट दिया जाता है और उसकी लुगदी बना दिया जाता है, जो बायोगैस का उत्पादन करने के लिये एनारोबिक डाइजेस्टर से गुजरता है। बायोगैस को गुब्बारों में एकत्र और संग्रहीत किया जाता है तथा बायोगैस जनरेटर के माध्यम से भोजन पकाने एवं बाज़ार सुविधाओं को उर्जा प्रदान करने में उपयोग किया जाता है। जैव-खाद का उत्पादन भी प्रक्रिया के उप-उत्पाद के रूप में किया जाता है। उत्पन्न अपशिष्ट, जो पहले भराव- क्षेत्र (लैंडफिल) में समाप्त होता था, अब प्रतिदिन लगभग 500 यूनिट विद्युत और 30 किलोग्राम जैव ईंधन उत्पन्न करने हेतु उपयोग किया जाता है। अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र महिलाओं हेतु विभिन्न भूमिकाओं में कार्य करने के अवसर प्रदान करके उनके लिये रोज़गार भी सृजित करता है। संयंत्र जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित है तथा CSIR-IICT के कृषि विपणन विभाग, तेलंगाना के मार्गदर्शन एवं पेटेंट तकनीक के तहत स्थापित किया गया है। अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र न केवल अपशिष्ट प्रबंधन समस्या का एक अभिनव समाधान है, बल्कि सतत् विकास की दिशा में भी एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
17. यूरेनियम के नए समस्थानिक की खोज
मैजिक नंबर की खोज में जापान के भौतिकविदों ने यूरेनियम के एक नए समस्थानिक (Isotope) की खोज की है जिसकी परमाणु संख्या 92 और द्रव्यमान संख्या 241 है। शोधकर्त्ताओं ने KEK आइसोटोप सेपरेशन सिस्टम (KISS) की सहायता से यूरेनियम-238 नाभिक को प्लूटोनियम-198 नाभिक में परिवर्तित किया। मल्टीन्यूक्लियॉन ट्रांसफर नामक प्रक्रिया के माध्यम से इन दो समस्थानिकों के प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का आदान-प्रदान किया गया। प्राप्त नाभिकीय विखंडन में विभिन्न समस्थानिक होते हैं। टीम ने प्रत्येक नाभिक के द्रव्यमान को मापने के लिये टाइम-ऑफ-फ्लाइट मास स्पेक्ट्रोमेट्री का उपयोग किया। इसकी पहचान यूरेनियम-241 के रूप में की गई थी और इसके नाभिक के द्रव्यमान को मापा गया था। सैद्धांतिक गणना से पता चलता है कि इस नए समस्थानिक की अर्द्ध-आयु 40 मिनट की हो सकती है। सामान्य प्रतिक्रिया द्वारा इस क्षेत्र में न्यूक्लाइड को संश्लेषित करने की अत्यधिक कठिनाई के कारण यह खोज वर्ष 1979 के बाद से अपनी तरह की पहली खोज है
18. नासा ने अंतरिक्ष से वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए ‘मिशन टेम्पो’ लाॅन्च किया
हाल ही में स्पेसएक्स फॉल्कन 9 रॉकेट ने फ्लोरिडा से एक ट्रोपोस्फेरिक एमिशन मॉनिटरिंग ऑफ पॉल्यूशन (TEMPO) उपकरण प्रक्षेपित किया। TEMPO नासा का एक उपकरण है जो अंतरिक्ष से उत्तरी अमेरिका में वायु प्रदूषण का पता लगा सकता है। यह वैज्ञानिकों को वायु प्रदूषकों और उसके उत्सर्जन स्रोतों की निगरानी करने की अनुमति देगा। TEMPO उपकरण एक ग्रेटिंग स्पेक्ट्रोमीटर है, जो प्रकाश और पराबैंगनी तरंगदैर्ध्य के प्रति संवेदनशील है। TEMPO को भू-तुल्यकालिक कक्षा में इंटेलसेट संचार उपग्रह के माध्यम से प्रक्षेपित किया गया है। यह वायुमंडलीय प्रदूषण को 4 वर्ग मील या उसके आस-पास के क्षेत्रीय विभेदन को भी मापने में सक्षम होगा। TEMPO में विभिन्न प्रदूषकों के स्तर को मापने से लेकर वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान प्रदान करने और उत्सर्जन-नियंत्रण रणनीतियों के विकास में मदद करने के लिये कई अनुप्रयोग होंगे। 40% से अधिक अमेरिकी नागरिक ओज़ोन या कण प्रदूषण के हानिकारक स्तर वाले क्षेत्रों में रहते हैं तथा वायु प्रदूषण से प्रति वर्ष लगभग 60,000 असामयिक मृत्यु होती हैं।
19. प्रस्तावित दिबांग टाइगर रिज़र्व को लेकर इदु मिश्मियों का विरोध
हाल ही में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने यह घोषणा की कि अरुणाचल प्रदेश में दिबांग वन्यजीव अभयारण्य को जल्द ही बाघ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया जाएगा। इस कदम से इदु मिश्मी नामक जनजाति में अशांति उत्पन्न हो गई है, क्योंकि उनका मानना है कि एक टाइगर रिज़र्व वन “उनकी पहुँच में बाधा” बनेगा। इदु मिश्मी अरुणाचल प्रदेश और पड़ोसी देश तिब्बत में स्थित मिश्मी समूह की एक उप-जनजाति है, जो मुख्य रूप से तिब्बत की सीमा से लगी मिश्मी पहाड़ियों में निवास करती है। उनके पैतृक घर दिबांग घाटी और निचली दिबांग घाटी के साथ-साथ ऊपरी सियांग तथा लोहित के कुछ हिस्सों में फैले हुए हैं। वे अपने बुनाई और शिल्प कौशल के लिये जाने जाते हैं, जिनकी अनुमानित संख्या लगभग 12,000 (वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार) है। उनकी भाषा, जिसे इदु मिश्मी कहा जाता है, यूनेस्को द्वारा लुप्तप्राय मानी जाती है।
20. एलजी ने सनासर में जम्मू के पहले ट्यूलिप गार्डन का उद्घाटन किया
जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 08 अप्रैल 2023 को रामबन जिले के सनासर में ट्यूलिप गार्डन का उद्घाटन किया, जो जम्मू संभाग के लिए इस तरह का पहला पार्क है। उपराज्यपाल ने इस अवसर पर पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को बधाई देते हुए कहा कि रामबन जिले में हरे-भरे जंगल के बीच स्थित 25 विभिन्न किस्मों के 2.75 लाख ट्यूलिप बल्बों के साथ 40 कनाल में फैला उद्यान पर्यटन और व्यापार गतिविधियों को गति प्रदान करेगा। यह मौजूदा ट्यूलिप गार्डन का विस्तार है, जिसे दो साल पहले चार कनाल जमीन पर स्थापित किया गया था। नया उद्यान प्रस्तावित गोल्फ कोर्स और वर्तमान झील के बीच स्थित है।
21. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कॉप ने यूरेनस और उसके वलयों की तस्वीर ली
2021 में प्रमोचित किये गए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने यूरेनस ग्रह (अरुण) और उसके वलयों की स्पष्ट तस्वीर ली है। यूरेनस अपने आंतरिक संरचना के कारण एक विशालकाय बर्फ है, जिसका अधिकांश द्रव्यमान जल, मीथेन और अमोनिया जैसे बर्फीले पदार्थों के उष्ण और सघन द्रव्य से निर्मित है। यूरेनस अपनी कक्षा के तल से 90 डिग्री के कोण पर घूर्णन करता है। इससे चरम मौसम तथा लंबे समय तक धूप और अंधेरा होता है। शुक्र के अतिरिक्त यूरेनस, हमारे सौर मंडल में दक्षिणावर्त घूर्णन करता है। ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में 84 पृथ्वी वर्ष लगते हैं। यूरेनस के 13 वलय में से 11 इस चित्र में दिखाई दे रहे हैं। इसमें कुछ वलय बहुत चमकीले और नजदीक होने के साथ एक बड़े वलय के रूप में दिखाई दे रहे हैं। इस ग्रह के 27 ज्ञात उपग्रह भी हैं।
22. लखनऊ में प्रीतम सिवाच सपोर्ट्स फॉउंडेशन हॉकी टीम ने हरियाणा अकादमी को फाइनल में 2-0 से हराकर खेलो इण्डिया महिला लीग अंडर-21 का खिताब जीत लिया
लखनऊ में प्रीतम सिवाच सपोर्ट्स फॉउंडेशन हॉकी टीम ने हरियाणा अकादमी को फाइनल में 2-0 से हराकर खेलो इण्डिया महिला लीग अंडर-21 का खिताब जीत लिया। तन्नू ने पहले क्वार्टर में मैदानी गोल से खाता खोला जबकि साक्षी राणा ने तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर बढ़त को दोगुना कर दिया। साक्षी आठ गोल के साथ प्रतियोगिता की शीर्ष स्कोरर रहीं। इस बीच स्पोर्ट्स हॉस्टल ओडिशा ने साई बाल टीम को 3-1 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया।
23. डी गुकेश ने विश्व शतरंज आर्मागेडन एशिया और ओशिनिया इवेंट में खिताब जीता
विश्व चेस अर्मागेडन एशिया एवं ओसेनिया इवेंट में भारतीय ग्रांडमास्टर डी गुकेश ने पूर्व विश्व रैपिड चैंपियन नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को हराकर चैम्पियनशिप जीत ली। दोनों खिलाड़ी सितंबर में अर्मागेडन ग्रांड फाइनल के लिए योग्य हुए हैं।
24. उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने ज्योतिबा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महात्मा ज्योतिबा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। ज्योतिराव फुले जयंती भारत में हर साल 11 अप्रैल को मनाई जाती है। 11 अप्रैल 1827 में पुणे के गोविंदराव और चिमनाबाई के घर में ज्योतिराव का जन्म हुआ था। उनका परिवार पेशवाओं के लिए फूल वाले का काम करते थे। मराठी में उन्हें फुले कहा जाता था। ज्योतिराव फुले एक प्रख्यात सामाजिक सुधारक, दार्शनिक और लेखक थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में महिलाओं की शिक्षा और दलितों के सम्मान के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ज्योतिराव फुले ने सत्यशोधक समाज की स्थापना की थी, जो महिलाओं और निम्न वर्गों की शिक्षा का प्रचार करता था और भारत में मौजूद जातिवादी व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ाता था।
25. राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस 2023: 11 अप्रैल
हर साल 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस (National Safe Motherhood) मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य महिलाओं की मातृव सुरक्षा को बढ़ावा देना है। भारत सरकार ने साल 2003 में 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाने की घोषणा की थी। इस अभियान की शुरुआत ‘व्हाइट रिबन एलायंस इंडिया’ द्वारा की गई थी। भारत सरकार ने इसे मनाने का फैसला इसलिए लिया ताकि गर्भावस्था और प्रसव को दौरान किसी महिला की मौत न हो।
26. विश्व पार्किंसंस दिवस : 11 अप्रैल
पार्किंसंस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रतिवर्ष 11 अप्रैल को ‘विश्व पार्किंसंस दिवस’ मनाया जाता है। पार्किंसंस रोग शरीर के गतिविधि में धीमापन, अकड़न और अस्थिरता पैदा कर सकता है। वर्तमान में दुनिया भर में पार्किंसंस से एक करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हैं। इसके इलाज के लिए कई दवाएं उपलब्ध हैं। संतुलित आहार और व्यायाम भी बीमारी को रोकने में मदद कर सकते हैं।