1 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सूरीनाम और सर्बिया के 6 दिवसीय दौरे पर रवाना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सूरीनाम और सर्बिया की अपनी पहली राजकीय यात्रा के लिए रवाना हो गई हैं। राष्ट्रपति यात्रा के पहले चरण में सूरीनाम पहुंचेंगी। राष्ट्रपति सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ से जु़ड़े समारोह में मुख्य अतिथि होंगी। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और ग्रामी विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और लोकसभा सांसद रमा देवी भी राष्ट्रपति के साथ इस यात्रा पर गई हैं। दूसरे चरण में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु सात से नौ जून तक सर्बिया की यात्रा पर होंगी। भारत के किसी भी राष्ट्रपति की यह पहली सर्बिया यात्रा है।
2 मालदीव में दो नए पर्यटन क्षेत्रों का उद्घाटन किया गया
मालदीव में दो नए पर्यटन क्षेत्रों को उद्घाटन किया गया है जो वहां के विकास और भारत-मालदीव संबंधों में महत्वपूर्ण पड़ाव हैं। हिथादु पर्यटन क्षेत्र को अड्डू शहर में एक विशेष कार्यक्रम में आधिकारिक रूप से खोला गया। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद और भारत के विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन इस अवसर पर उपस्थित थे। दूसरा पर्यटन क्षेत्र हुलहुदू माफिशी का उद्घाटन किए जाने का कार्यक्रम है। इन दोनों पर्यटन क्षेत्रों के विकास के लिए भारत सरकार की ओर से दो करोड़ तीस लाख रुफिया की सहायता प्रदान की गई थी। विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरण मालदीव की दो दिन की सरकारी यात्रा पर हैं। अपनी पहली मालदीव यात्रा के दौरान हाई इम्पैक्ट कम्युनिटी डवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए दस समझौतों पर हस्ताक्षर होने के बाद श्री मुरलीधरण ने माले में कहा कि भारत इस परियोजना की सफलता से प्रसन्न है।
3 उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल प्रक्षेपण के बारे में वास्तविक समय की निगरानी के लिए जापान, अमरीका और दक्षिण कोरिया सुरक्षा संबंध बढ़ाने पर सहमत
उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइलों के प्रक्षेपण पर सटीक निगरानी के लिये जापान, अमरीका और दक्षिण कोरिया अपने-अपने सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं। ये तीनों देश इस वर्ष के अंत तक इससे जुड़े आंकडो़ं को आपस में साझा करने की प्रणाली शुरू कर देंगे। इस त्रिपक्षीय समझौते पर सिंगापुर में हुई बैठक के दौरान सहमति बनी। इस बैठक में जापान के रक्षा मंत्री हमादा यासूकाजु, अमरीका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन और दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ली जॉंग सुप शामिल हुए। ये बैठक शांगरीला डायलॉग से इतर आयोजित की गई।
4 जी-20 स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक हैदराबाद में शुरू
जी-20 स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक हैदराबाद में शुरू हुई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया की ओर से भारत की अध्यक्षता में जी-20 स्वास्थ्य ट्रैक का एजेंडा आगे ले जा रही हैं। उन्होंने सभी के लिए उपलब्ध सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों और क्षेत्रीय स्वास्थ्य पद्धतियों के बीच तालमेल बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया।
5 अमरीकी रक्षामंत्री लॉयड आस्टिन दो दिवसीय भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका यात्रा से पहले अमरीकी रक्षामंत्री लॉयड आस्टिन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सामरिक सहयोग को और विस्तार देने पर विचार-विमर्श के लिए आज दो दिन की भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह श्री आस्टिन के साथ नई रक्षा सहयोग परियोजनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे। यह श्री आस्टिन की दूसरी भारत यात्रा है। इससे पहले वह मार्च 2021 में भारत आए थे। इसके अलावा, जर्मनी के रक्षामंत्री बोरिस पिस्तोरियस भी कल चार दिन की भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। श्री राजनाथ सिंह उनके साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। श्री पिस्तोरियस की इनोवेशंस फॉर डिफेंस एक्सीलेंस के एक कार्यक्रम में रक्षा स्टार्ट-अप्स से भी बातचीत करने की संभावना है।
6 भारतीय नौसेना और भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय तकनीकी सहयोग की दिशा में अग्रसर
भारतीय नौसेना और भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय के बीच तकनीकी क्षेत्र में परस्पर सहयोग के लिए 02 जून, 2023 को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन के अंतर्गत प्रशिक्षण, संयुक्त अनुसंधान और विकास, सहयोगी पाठ्यक्रम, उत्कृष्टता केंद्र (समुद्री इंजीनियरिंग), आईएनएस शिवाजी, लोनावाला और भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय के दल, क्षेत्र स्तर के मुद्दों के समाधान के लिए परस्पर सहयोग की दिशा में कार्य करेंगे। समझौता ज्ञापन पर वाइस एडमिरल संदीप नैथानी, चीफ ऑफ मटिरीएल (उपकरण प्रमुख) और भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. मालिनी वी. शंकर, (सेवानिवृत्त आईएएस) ने हस्ताक्षर किए।
7 पुराना किला में उत्खनन कार्यवाही से 2,500 वर्षों से अधिक पुराने इतिहास का पता चला
दिल्ली स्थित पुराना किला में हाल ही में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा की गई उत्खनन कार्यवाही से 2,500 वर्षों से अधिक पुराने इतिहास का पता चला है। इस उत्खनन का उद्देश्य स्थल के पूर्ण कालक्रम को स्थापित करना है। यहाँ विभिन्न ऐतिहासिक काल की कलाकृतियों की खोज की गई है जिसमें पूर्व-मौर्य, मौर्य, सुंग, कुषाण, गुप्त, राजपूत, सल्तनत और मुगल सहित 9 सांस्कृतिक स्तरों का पता चला है। इस योजना का लक्ष्य कलाकृतियों को किले में एक ओपन एयर साइट संग्रहालय में प्रदर्शित करना है। मृदभांडों (मिट्टी के बर्तनों) के टुकड़े आमतौर पर 1200 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व की अवधि के हैं, जो पूर्व मौर्य युग में मानव बस्तियों के अस्तित्व का संकेत देते हैं। खुदाई के दौरान राजपूत काल से संबंधित वैकुंठ विष्णु की 900 वर्ष पुरानी एक मूर्ति की खोज की गई। इस स्थल पर देवी गजलक्ष्मी की एक टेराकोटा पट्टिका मिली है, जो गुप्त काल की है। मौर्य काल के 2,500 वर्ष पुराने कुएँ के अवशेषों का पता चला था। पुराना किला मुगल युग से संबंधित सबसे पुराने किलों में से एक है और इस स्थल की पहचान इंद्रप्रस्थ (पांडवों की राजधानी) की प्राचीन बस्ती के रूप में की जाती है। पुराना किला के विशाल प्रवेश द्वार और दीवारों का निर्माण हुमायूँ ने 16वीं शताब्दी में किया था तथा नई राजधानी दीनपनाह की नींव रखी गई थी। इस काम को शेरशाह सूरी ने आगे बढ़ाया, जिसने हुमायूँ को विस्थापित किया।
8 राजद्रोह कानून (Sedition Law) पर विधि आयोग की रिपोर्ट जारी की गई
भारत के विधि आयोग (Law Commission of India) ने हाल ही में राजद्रोह के कानून में प्रमुख संशोधनों का प्रस्ताव दिया है, जिसका उद्देश्य स्पष्टता सुनिश्चित करते हुए और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करते हुए कथित दुरुपयोग को रोकना है। कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी के मार्गदर्शन में, भारत के विधि आयोग को राजद्रोह के कानून से संबंधित चिंताओं को दूर करने का काम सौंपा गया है। 2016 में गृह मंत्रालय द्वारा इस मुद्दे को आयोग को भेजा गया था, जिससे मौजूदा प्रावधानों की व्यापक समीक्षा हुई। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124A वर्तमान में राजद्रोह को आजीवन कारावास या तीन साल तक के कारावास के साथ-साथ जुर्माने के रूप में परिभाषित करती है। सजा की गंभीरता का निर्धारण करने के लिए अदालतों को व्यापक विवेकाधीन शक्तियां प्रदान करने के लिए इस प्रावधान की आलोचना की गई है।
9 स्वच्छ जल से सुरक्षा अभियान की रिपोर्ट जारी की गई
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने हाल ही में जल जीवन मिशन: स्वच्छ जल से सुरक्षा (SJSS) अभियान के दौरान की गई प्रगति का विवरण देते हुए रिपोर्ट का अनावरण किया। यह अभियान 2 अक्टूबर, 2022 और 31 मार्च, 2023 के बीच चला, जिसका प्राथमिक उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पानी की गुणवत्ता की निगरानी के प्रयासों को प्राथमिकता देने का आग्रह करना था। जल जीवन मिशन ने सुरक्षित जल आपूर्ति प्रदान करने के महत्वपूर्ण पहलू पर ध्यान केंद्रित किया। जल जीवन मिशन के तहत प्रमुख विचार “सुरक्षित जल की आपूर्ति” के इर्द-गिर्द घूमते हैं। इसने यह सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया कि प्रत्येक घर को ऐसा पानी मिले जो संदूषण से मुक्त हो और निर्धारित गुणवत्ता मानकों को पूरा करता हो।
10 गोबरधन के लिए एकीकृत पंजीकरण पोर्टल लॉन्च किया गया
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने हाल ही में भारत में बायोगैस क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक अग्रणी पहल ‘गोबरधन’ (GOBARdhan) के लिए एकीकृत पंजीकरण पोर्टल का अनावरण किया। ‘गोबरधन’ के लिए एकीकृत पंजीकरण पोर्टल बायोगैस या कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) क्षेत्र में निवेश के अवसरों और भागीदारी का मूल्यांकन करने के लिए एक केंद्रीकृत मंच के रूप में कार्य करता है। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे देश में बायोगैस संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया को सरल और अनुकूल बनाना है। यह एकीकृत पंजीकरण पोर्टल भारत में बायोगैस, CBG, या बायो सीएनजी संयंत्र स्थापित करने या स्थापित करने के इच्छुक किसी भी सरकारी, सहकारी या निजी संस्था को एक अद्वितीय पंजीकरण संख्या प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह पंजीकरण संख्या बायोगैस क्षेत्र में शामिल संस्थाओं के लिए एक प्रमुख पहचानकर्ता के रूप में कार्य करती है, जो भारत सरकार के मंत्रालयों और विभागों से विभिन्न लाभों और सहायता तक उनकी सहभागिता और पहुंच की सुविधा प्रदान करती है।
11 राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने परामर्श के राष्ट्रीय मिशन को लागू करने के लिए 31 मई और 1 जून, 2023 को 60 परामर्शदाताओं के लिए 2 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में की गई परिकल्पना के अनुसार स्कूल के शिक्षकों को परामर्श प्रदान करने और उनके निरंतर व्यावसायिक विकास को सुनिश्चित करने के इच्छुक उत्कृष्ट पेशेवरों के एक बड़े पूल के निर्माण के बारे में परामर्श के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमएम) का गठन किया गया है। ये सशक्त उपदेशक, परामर्शदाता और संरक्षक की उम्र या स्थिति की परवाह किए बिना, हमारे राष्ट्र के 21वीं सदी के विकास लक्ष्यों को साकार करने में योगदान देंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 29 जुलाई, 2022 को देश भर के चयनित 30 केंद्रीय विद्यालयों (15 केंद्रीय विद्यालय, 10 जवाहर नवोदय विद्यालय, 5 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) में प्रयोगिक रूप में परामर्श के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमएम) को शुरू किया था।
12 डेक्कन क्वीन ने 92 साल की सेवा पूरी की
डेक्कन क्वीन ट्रेन ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे के इतिहास में एक विशेष स्थान रखती है। यह ट्रेन सेवा 1 जून, 1930 को शुरू की गई तथा बाद में मध्य रेलवे के रूप में जाना गया। अपने 92 वर्ष के इतिहास के दौरान ट्रेन परिवहन के साधन से एक ऐसी संस्था में बदल गई है जो यात्रियों की पीढ़ियों को जोड़ती है। इन वर्षों में इस क्षेत्र में अनेक प्रकार की प्रगति देखी गई जैसे कि एक डाइनिंग कार की शुरुआत, रोलर बियरिंग कोच और ऑक्सफोर्ड ब्लू कलर स्कीम को अपनाना। इसने भारत की पहली सुपरफास्ट, लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक-चालित, वेस्टिबुल ट्रेन के रूप में रिकॉर्ड स्थापित किया। इस ट्रेन में एक समर्पित महिला कार भी थी। वर्तमान में डेक्कन क्वीन पुणे और मुंबई के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिये समयबद्धता और लोकप्रियता के चलते प्रसिद्ध है।
13 IASST, गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने कच्चे तेल के अपशिष्ट जल की बहाली के लिये हरित उपाय
इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नॉलोजी (IASST), गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने कच्चे तेल के अन्वेषण और प्रसंस्करण के दौरान निर्मुक्त होने वाले उपोत्पाद जल के निपटान से उत्पन्न होने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों को दूर करने में महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उपोत्पाद के रूप में निकले हुए जल में हानिकारक घटक और रसायन होते हैं जो नदियों एवं नालों में बहाए जाने पर जल की गुणवत्ता को खराब कर सकते हैं और जलीय जीवन को क्षति पहुँचा सकते हैं। अनेक प्रयोगों तथा अध्ययनों के माध्यम से IASST के शोधकर्त्ताओं ने पौध आधारित बायोमैटेरियल, बायोसर्फैक्टेंट (रोगाणुओं के द्वितीयक मेटाबोलाइट्स) और NPK उर्वरक का मिश्रण तैयार किया है। इस नवोन्मेषी मिश्रण में कम समय-सीमा के भीतर उपोत्पाद के रूप में निकले हुए जल को पहले जैसा किया जा सकता है। टीम ने इस विकास कार्य पर एक भारतीय पेटेंट दायर किया है। यह “अद्भुत मिश्रण” न केवल जल के बहाव से पर्यावरण प्रदूषण को रोकता है बल्कि उपचारित जल को विभिन्न प्रयोजनों के लिये पुन: उपयोगी बनाता है। इस दृष्टिकोण का उपयोग करके जल के हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है जिससे एक सतत् भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। इसके अलावा उपचारित जल फसल उत्पादन को बढ़ाकर तथा बढ़ती वैश्विक खाद्य मांग को पूरा करके हरित क्रांति में योगदान दे सकता है।
14 नए अध्ययन ने भारत के पश्चिमी घाटों में कृषि और संरक्षण में संभावित अनुप्रयोगों के साथ, शुष्कन-सहिष्णु संवहनी पौधों की 62 प्रजातियों की खोज की
भारत का जैवविविधता हॉटस्पॉट, पश्चिमी घाट, निर्जलीकरण सहिष्णु संवहनी पादपों (डेसीकेशन टोलेरेंट वैस्कुलर प्लांट्स) की 62 प्रजातियों का घर है। निर्जलीकरण सहिष्णु संवहनी पादप (डेसीकेशन टोलेरेंट वैस्कुलर प्लांट्स- डीटी) अत्यधिक निर्जलीकरण का सामना करने में सक्षम हैं क्योंकि उनमें विद्यमान जल की मात्रा का 95% तक अपव्यय हो जाने के बाद भी वे जल के पुनरुपयोग से स्वयं को पुनर्जीवित कर लेते हैं। यह अनूठी क्षमता उन्हें ऐसे प्रतिकूल एवं शुष्क वातावरण में जीवित रहने में सक्षम बनाती है जिसमें अधिकांशतः अन्य पौधे जीवित ही नहीं रह सकते। हाल ही में हुए अध्ययन ने पश्चिमी घाटों में सहिष्णु संवहनी प्रजातियों की प्रचुरता पर प्रकाश डाला है, जो पहले से ज्ञात नौ प्रजातियों से भी अधिक है। अनुसंधान इन प्रजातियों की एक सूची प्रदान करता है, जिसमें 16 प्रजातियाँ भारतीय स्थानिक (इंडियन एंडेमिक) हैं और 12 पश्चिमी घाट के बाहरी हिस्सों के लिये विशिष्ट हैं। यह अध्ययन विशेष रूप से इन लचीले पौधों के लिये महत्त्वपूर्ण निवास स्थान के रूप में रॉक आउटक्रॉप्स (चट्टानी भू-भागों) में आंशिक रूप से घने वनों की पहचान करता है। डीटी पौधों की नौ प्रजातियों को नए रूप में अधिसूचित किया गया है, वैश्विक परिप्रेक्ष्य में ट्राइपोगोन कैपिलेटस एक एपिफाइटिक डीटी एंजियोस्पर्म के प्रथम रिकॉर्ड का प्रतिनिधित्व करता है। सहिष्णु संवहनी पादपों का अध्ययन करके शोधकर्त्ता पश्चिमी घाट की जैवविविधता और पारिस्थितिकी में इन प्रजातियों के संरक्षण में योगदान करते हैं। इसके अतिरिक्त निर्जलीकरण को सहन करने की उनकी क्षमता के पीछे के तंत्र को समझने से कम जल की आवश्यकता वाले शुष्क प्रतिरोधी फसलों को विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। यह अध्ययन कृषि अनुप्रयोगों के लिये विशेष रूप से जल की कमी वाले क्षेत्रों में नई संभावनाओं को विकसित करता है।
15 इंडोनेशिया द्वारा कोमोडो अभ्यास का आयोजन किया गया
एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तनाव में वृद्धि देखी गई है, जिससे विभिन्न देशों द्वारा सैन्य अभ्यास और कूटनीतिक युद्धाभ्यास में वृद्धि हुई है। क्षितिज पर एक उल्लेखनीय घटना इंडोनेशिया द्वारा आयोजित बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास कोमोडो (MNEK) है। चीन, इस क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी, बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास कोमोडो में युद्धपोत भेजेगा। चीन की नौसेना की भागीदारी सैन्य कूटनीति के प्रति देश की प्रतिबद्धता और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की इच्छा को रेखांकित करती है। उत्तर कोरिया और रूस जैसे देशों के शामिल होने के कारण इंडोनेशिया द्वारा आयोजित इस नौसैनिक अभ्यास ने ध्यान आकर्षित किया है। इन राष्ट्रों की उपस्थिति भू-राजनीतिक गठजोड़ की बहुआयामी प्रकृति पर जोर देती है और क्षेत्र में जटिल संबंधों को दर्शाती है।
16 World of Work Report का 11वां संस्करण जारी किया गया
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने World of Work का 11वां संस्करण जारी किया है, जो अनुमानित वैश्विक बेरोजगारी दर और सामाजिक सुरक्षा की आवश्यकता पर अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। जैसा कि दुनिया महामारी के प्रभाव से उबर रही है, रोजगार के अवसरों में असमानताओं को दूर करना और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। ILO के अनुसार, 2023 के लिए अनुमानित वैश्विक बेरोजगारी दर पूर्व-महामारी के स्तर से नीचे गिरकर 5.3% तक पहुंचने की उम्मीद है, जो लगभग 191 मिलियन व्यक्तियों से मेल खाती है। जबकि यह एक सकारात्मक प्रवृत्ति को इंगित करता है, विभिन्न क्षेत्रों और आय समूहों के बीच रिकवरी की अलग-अलग डिग्री पर विचार करना आवश्यक है। इस रिपोर्ट में उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया है जिन्होंने पूर्व-संकट के स्तर से अपनी बेरोजगारी दर को सफलतापूर्वक कम कर लिया है। लैटिन अमेरिका और कैरेबियन, उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी यूरोप, और मध्य और पश्चिमी एशिया ने अपने श्रम बाजारों में लचीलेपन का प्रदर्शन किया है, जिसमें बेरोजगारी दर 6.3% से 6.7% के बीच है, जो एक सकारात्मक सुधार प्रवृत्ति दिखा रहा है।
17 छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो संदेश के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस की 350वीं वर्षगांठ को संबोधित किया। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, मराठा योद्धा को 6 जून, 1674 को रायगढ़ किले में ताज पहनाया गया था, जो “हिंदवी स्वराज” या हिंदुओं के स्व-शासन की नींव बन गया। इस बीच, हिंदू कैलेंडर के अनुसार, उनके राज्याभिषेक की वर्षगांठ इस साल 2 जून को पड़ रही है।
18 ओडिशा में ट्रिपल ट्रेन हादसा
ओडिशा में एक विनाशकारी ट्रेन दुर्घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप कोरोमंडल एक्सप्रेस और दो अन्य ट्रेनों से जुड़ी एक दुखद ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना हुई। इस घटना में 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 900 लोग घायल हो गए थे। रेलवे ने ओडिशा में हुई रेल दुर्घटना में मृतकों और फंसे यात्रियों के परिजनों, संबंधियों और मित्रों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर 139 का विशेष प्रबंध किया है। राज्य सरकार ने शोक दिवस की घोषणा की है और पीड़ितों और उनके परिवारों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। हादसे में कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के 13 डिब्बे बुरी तरह छतिग्रस्त हो गए। कुछ डिब्बे बगल के ट्रैक पर भी जा गिरे। उस वक्त दूसरी ओर से बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस को गुजरना था। बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के ट्रैक पर कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे गिरे हुए थे। इसकी वजह से बेंगलुरु-हावड़ एक्सप्रेस इन डिब्बों से टकरा गई। ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना ओडिशा के बालासोर जिले में बाहंगा बाजार स्टेशन के पास हुई, जो कोलकाता से लगभग 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में स्थित है। रेल मंत्री ने मृतकों के निकट परिजनों को दस-दस लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख तथा मामूली रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की है।
19 शालिनी सिंह पर्वतारोहण कोर्स पूरा करने वाली बनीं पहली महिला एनसीसी कैडेट
शालिनी सिंह ने देश की पहली महिला एनसीसी कैडेट के रूप में उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में पर्वतारोहण पाठ्यक्रम पूरा करते हुए इतिहास रचा। लखनऊ की 20 वर्षीय एनसीसी कैडेट शालिनी सिंह उन्नत पर्वतारोहण पाठ्यक्रम को पूरा करने वाली भारत की पहली महिला कैडेट बन गई हैं। उन्होंने पाठ्यक्रम के तहत उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ड्रिंग घाटी में 15,400 फुट की चोटी पर चढ़ाई की।
20 वाराणसी में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 का समापन
भारत की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी उत्तर प्रदेश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में तीसरे खेलो इंडियन यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 का एक सादे और शांत माहौल में समापन हुआ। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 उत्तर प्रदेश, उच्च शिक्षा स्तर पर भारत की सबसे बड़ी बहु-खेल प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण है, जिसमें 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4000 से अधिक एथलीटों ने 12 प्रतियोगिता दिनों में 21 खेलों में प्रतिस्पर्धा की। अंत में, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ (पीयूसी) को 26 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य पदकों के साथ समग्र चैंपियन घोषित किया गया, जिससे वे दूसरे संस्करण में जैन विश्वविद्यालय से हारे हुए पद को पुनः प्राप्त कर सके। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर (जीएनडीयू) जो दूसरे स्थान पर आया (24 स्वर्ण, 27 रजत, 17 कांस्य) और जैन विश्वविद्यालय, कर्नाटक (16 स्वर्ण, 10 रजत, 6 कांस्य) जो तीसरे स्थान पर आए, सभी को समारोह में शानदार विजेता ट्राफियां प्रदान की गईं।