1 राष्ट्रपति ने वर्चुअल माध्यम से भीमावरम में अल्लूरी सीताराम राजू स्मृति वनम का लोकार्पण किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हैदराबाद में 04 जुलाई, 2023 को स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती कार्यक्रमों के समापन समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश के प्रति सीताराम राजू के बलिदान के लिए देशवासी हमेशा कृतज्ञ रहेंगे। उन्होंने सीताराम राजू पर बनी फिल्म के लिए प्रसिद्ध क्रांतिकारी लेखक के गाने का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि यह गाना आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। राष्ट्रपति ने वर्चुअल माध्यम से भीमावरम में अल्लूरी सीताराम राजू स्मृति वनम का लोकार्पण किया। उन्होंने सीताराम राजू के जीवन पर एक एनिमेशन फिल्म का भी अनावरण किया। तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलसाई सौंदरराजन, मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव और केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने 4 जुलाई, 2022 को अल्लूरी सीतारमण राजू की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आंध्र प्रदेश में उनकी एक कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। अल्लूरी सीतारमण राजू का जन्म वर्तमान आंध्र प्रदेश में वर्ष 1897 (कुछ स्रोतों में वर्ष 1898) में हुआ था। वह 18 वर्ष की आयु में एक संन्यासी बन गए और उन्होंने अपनी तपस्या, ज्योतिष तथा चिकित्सा के ज्ञान एवं जंगली जानवरों को वश में करने की अपनी क्षमता के कारण पहाड़ी व आदिवासी लोगों के बीच एक रहस्यमय आभा प्राप्त की। अंग्रेज़ो के प्रति बढ़ते असंतोष ने 1922 के रम्पा विद्रोह/मन्यम विद्रोह को जन्म दिया, जिसमें अल्लूरी सीताराम राजू ने एक नेतृत्वकर्त्ता के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई।
2 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बेंगलुरु के राजभवन में विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों-पी.वी.टी.जी. के साथ संवाद किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बेंगलूरू के राजभवन में विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों-पी.वी.टी.जी. के साथ संवाद किया। कर्नाटक के जेनू कुर्बा और कोरागा जनजातीय समुदायों को विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह माना जाता है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत और कर्नाटक के कल्याण मंत्री बी. नागेंद्र भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। राष्ट्रपति ने समाज के कमजोर वर्गों के आदिवासी समुदाय को सम्बोधित किया और उन्हें शिक्षित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
3 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23वें शंघाई शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए एक बड़ा खतरा बताया। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन के देशों से इस खतरे से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने एस.सी.ओ. शिखर सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीति के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। एस.सी.ओ. के सदस्य देशों को ऐसे देशों की आलोचना करने से नहीं हिचकना चाहिए। एस.सी.ओ. परिषद के राष्ट्राध्यक्षों के 23वें शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। एस.सी.ओ के सभी सदस्य देश चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान को इस शिखर सम्मेलन में भागीदारी करने के लिए आमंत्रित किया गया है। ईरान, बेलारूस और मंगोलिया को पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया है। एस.सी.ओ. की परम्परा के अनुसार तुर्कमेनिस्तान को भी अतिथि अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित किया गया है।
4 एससीओ राष्ट्राध्यक्षों ने नई दिल्ली घोषणा पत्र का अनुमोदन किया, कट्टरपंथ, अलगाववाद और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सहयोग का आह्वान
शंघाई सहयोग संगठन ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। संगठन ने आतंक का वित्तपोषण रोकने, युवाओं में कट्टरता रोकने और स्लीपर सेल तथा आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों और उनकी सीमा पार आवाजाही समाप्त करने के उपाय करने पर बल दिया है। संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की वर्चुअल माध्यम से बैठक के बाद नई दिल्ली घोषणा को स्वीकार किया गया। इसके अनुसार सदस्य देश आतंकवादी, अलगाववादी और चरमपंथी संगठनों की एकीकृत सूची बनाने के लिए सामान्य सिद्धांत और दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करेंगे। इन चरमपंथी संगठनों की गतिविधियां शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों में प्रतिबंधित हैं। सदस्य देशों ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के सैन्यीकरण का विरोध किया। इसके अलावा मादक पदार्थों के बढ़ते उत्पादन, तस्करी और दुरुपयोग तथा मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त धन का आतंकवाद के वित्तपोषण के रूप में इस्तेमाल करने के खतरों के बारे में चिंता व्यक्त की गई। सदस्य देश वर्ष 2024 को एससीओ पर्यावरण वर्ष घोषित करने पर सहमत हुए। संगठन की अगली अध्यक्षता कजाकिस्तान को सौंपी गई। संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की अगली बैठक 2024 में कजाकिस्तान में होगी।
5 पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की स्वाधीनता के आगामी 25 वर्ष कर्तव्य काल होने जा रहा है, क्योंकि देश अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दे रहा है। श्री मोदी ने कहा कि स्वाधीनता के सौ वर्ष के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए हमने अमृत काल का नामकरण कर्तव्य काल किया है। उन्होंने आंध्र के पुट्टपर्थी में साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि कन्वेंशन सेंटर आध्यात्मिक सम्मेलन और शैक्षणिक कार्यक्रम का केंद्र होगा। श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने पुट्टपर्थी के प्रशांति निलयम में एक नई सुविधा, साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया है। प्रशांति निलयम श्री सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। समाजसेवी श्री रयुको हीरा द्वारा दान किया गया कन्वेंशन सेंटर, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आध्यात्मिकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने का प्रमाण है। विशाल परिसर में ध्यान कक्ष, शांत उद्यान और आवास की सुविधाएं हैं।
6 ब्रिटेन ने यूएनएससी में भारत, ब्राजील, जर्मनी, जापान तथा अफ्रीका को प्रतिनिधित्व देकर इसके स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग की
ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान तथा अफ्रीका को प्रतिनिधित्व देकर इसके स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के स्थायी प्रतिनिधि और जुलाई महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष राजदूत बारबरा वुडवर्ड की इस महीने के सुरक्षा परिषद के कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र के संवाददाताओं को जानकारी के दौरान उनकी टिप्पणियां सामने आयीं।
7 जी-20 अनुसंधान और नवाचार पहल शिखर सम्मेलन मुंबई में शुरू
जी-20 अनुसंधान और नवाचार पहल शिखर सम्मेलन मुंबई में शुरू हुआ। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉक्टर एस. चंद्रशेखर ने सम्मेलन में सम्मलित होने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत किया। डॉक्टर चंद्रशेखर ने जी-20 विज्ञान कार्यक्रमों की मंत्रिस्तरीय घोषणा का मसौदा तैयार करने में जी-20 सदस्य देशों की रचनात्मक भागीदारी पर प्रकाश डाला। भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान ‘समान समाज के लिए अनुसंधान और नवाचार’ विषय के अंतर्गत सम्मेलन को आगे बढ़ाया है।
8 विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र की उप-महासचिव अमीना जे. मोहम्मद से मुलाकात की
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र की उप-महासचिव अमीना जे. मोहम्मद से मुलाकात की। डॉक्टर जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने जी-20 से संबंधित मुद्दों, सतत् विकास लक्ष्यों की स्थिति और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की। उप-महासचिव अमीना जे. मोहम्मद कल तीन दिन की यात्रा पर भारत पहुंचीं। पांच वर्ष के कार्यकाल में जनवरी 2022 को उप-महासचिव के रूप में दोबारा नियुक्त किए जाने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। इस दौरान वे वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, विदेश मंत्रालय और संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन, नीति आयोग की उपाध्यक्ष सुमन बेरी और जी-20 के भारत के शेरपा अमिताभ कांत से भी बैठक करेंगी।
9 गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में देश के पहले सहकारिता से संचालित सैनिक स्कूल की आधारशिला रखी
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने के मेहसाणा के निकट देश के पहले सहकारिता से संचालित सैनिक स्कूल का वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। यह सैनिक स्कूल, मेहसाणा नगर से ग्यारह किलोमीटर दूर बोरीयावी गांव में प्रमुख सहकारी दूध सागर डेयरी द्वारा 75 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया जाएगा।
10 विश्व व्यापार संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने वैश्विक वाणिज्यिक सेवाओं का निर्यात दो गुना किया
भारत ने वैश्विक वाणिज्यिक सेवाओं का निर्यात दो गुना कर दिया है। 2005 में यह निर्यात दो प्रतिशत था, जो कि 2022 में बढ़कर चार दशमलव चार प्रतिशत हो गया है। विश्व व्यापार संगठन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट का शीर्षक है- विकास के लिए सेवाओं में व्यापार। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत, दक्षिण अफ्रीका और तुर्किए में सीमा पार सेवाओं के निर्यात से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी नौकरियां कुल सेवा क्षेत्र की नौकरियों से दस प्रतिशत अधिक हैं। रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन और अमरीका जैसे विकसित देशों के रोगी और बंगलादेश, नेपाल और श्रीलंका जैसे विकासशील देशों के मरीज भी कम लागत तथा उच्च गुणवत्ता के उपचार के लिए भारत आना पसंद करते हैं।
11 श्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये की लागत वाली 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये की लागत वाली 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। राजस्थान में कुल 219 किलोमीटर लंबाई और 3,775 करोड़ रुपये की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर किशनगढ़ से गुलाबपुरा खंड तक इस 6-लेन की परियोजना से अजमेर और भीलवाड़ा जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी। गुलाबपुरा से चित्तौड़गढ़ खंड को 6-लेन का बनाने से भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों के उदयपुर, जयपुर और कोटा क्षेत्र का परस्पर संपर्क मजबूत होगा। फतहनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग 162ए पर 4-लेन आरओबी के निर्माण से रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी। सीआरआईएफ के तहत मंडरायल में चम्बल नदी पर ऊंचाई वाले पुल (या हाई लेवल ब्रिज) के निर्माण का शुभारम्भ किया गया। इस पुल के निर्माण से राजस्थान के मंडरायल, करौली और मध्य प्रदेश के सबलगढ़ के बीच कनेक्टिविटी बनी रहेगी। 1850 करोड़ रुपये लागत वाली और कुल 221 किमी लंबी 7 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। ये परियोजनाएं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाथद्वारा से उदयपुर हवाई अड्डे तक सीधा संपर्क उपलब्ध कराएंगी।
12 स्टार्टअप20 गुरुग्राम शिखर सम्मेलन का जबर्दस्त सफलता के साथ समापन, भारत ने ब्राजील को मशाल सौंपी
भारत जी20 अध्यक्षता के तहत स्टार्टअप20 एंगेजमेंट ग्रुप द्वारा आयोजित स्टार्टअप 20 गुरुग्राम शिखर सम्मेलन का जबर्दस्त सफलता के साथ गुरुग्राम में समापन हुआ। इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन ने नवोन्मेषणों, सहयोगों, ज्ञान साझा करने और वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम के भीतर रणनीतिक गठबंधनों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच का काम किया। समापन समारोह के दौरान, स्टार्टअप20 के अध्यक्ष डॉ. चिंतन वैष्णव ने आधिकारिक रूप से ब्राजील को मशाल सौंपी क्योंकि ब्राजील को अगले वर्ष जी20 की अध्यक्षता करनी है और उसने 2024 में स्टार्टअप 20 पहल को जारी रखने के लिए प्रतिबद्धता की है। ब्राजील अध्यक्षता के साथ स्टार्टअप20 की निरंतरता समूह के लिए एक सच्ची सफलता है तथा विश्व भर में स्टार्टअप इकोसिस्टम की उन्नति की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
13 संचार मंत्रालय (डीओटी) ने अगली पीढ़ी की वायरलेस तकनीक में नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत 6जी अलायंस का शुभारंभ किया
दूरसंचार विभाग ने अगली जनरेशन की वायरलेस तकनीक में नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत 6G एलायंस को लॉन्च कर दिया है। भारत 6G एलायंस (B6GA) एक सहयोगी प्लेटफॉर्म है जिसमें सार्वजनिक और निजी कंपनियां, शिक्षाविद, अनुसंधान संस्थान और मानक विकास संगठन शामिल हैं। मोबाइल सर्विस में भारत ने 2G से 3G, 4G से 5G में परिवर्तन देखा गया है और अब अगला पड़ाव 6G है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत 6G एलायंस की घोषणा की। भारत 6जी एलायंस की वेबसाइट भी लॉन्च की गई। सरकार के मुताबिक, भारत 6G एलायंस अन्य 6जी ग्लोबल एलायंस के साथ गठबंधन और तालमेल बनाएगा। इसका प्राथमिक उद्देश्य तकनीकी आवश्यकताओं से परे 6जी की व्यावसायिक और सामाजिक जरूरतों को समझना, इन जरूरतों पर आम सहमति को बढ़ावा देना और हाई-इंपैक्ट वाले ओपन रिसर्च और डेवलपमेंट (आरएंडडी) पहल को बढ़ावा देना है।
14 वाइस एडमिरल अतुल आनंद ने सैन्य मामलों के विभाग के अपर सचिव का पदभार संभाला
वाइस एडमिरल अतुल आनंद ने सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) के अपर सचिव का पदभार संभाला है। इस पद पर पहले लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी नियुक्त थे, जो 28 फरवरी, 2023 को सेवानिवृत्त हो गए हैं। वाइस एडमिरल अतुल आनंद को 01 जनवरी, 1988 को भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में नियुक्त किया गया था। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (71वां कोर्स, डेल्टा स्क्वाड्रन), रक्षा सेवा कमान और स्टाफ कॉलेज, मीरपुर (बांग्लादेश) तथा राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्होंने एशिया पैसिफिक सेंटर ऑफ सिक्योरिटी स्टडीज, हवाई, अमेरिका में उन्नत सुरक्षा सहयोग पाठ्यक्रम में भी भाग लिया है।
15 राजनीतिक दलों के लिये ऑनलाइन वित्तीय रिपोर्टिंग प्लेटफाॅर्म
राजनीतिक दलों हेतु अपनी वित्तीय रिपोर्टिंग को इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज करने के लिये भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने एक ऑनलाइन वेब पोर्टल की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अनुसार योगदान संबंधी रिपोर्ट, लेखा परीक्षित वार्षिक खाते और चुनाव व्यय विवरण जमा करने की प्रक्रिया को सरलीकृत करना है। वित्तीय प्रकटीकरण में अनुपालन एवं पारदर्शिता के महत्त्व पर ज़ोर देते हुए ECI ने राजनीतिक दलों के लिये लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। ऑनलाइन दाखिल न करने का विकल्प चुनने वालों को लिखित विवरण प्रदान करना होगा और इन दोनों प्रकार के रिपोर्ट और स्पष्टीकरण का प्रकाशन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अपने प्लेटफाॅर्म पर किया जाएगा। ECI एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के प्रशासन के लिये उत्तरादायी है। इसकी स्थापना 25 जनवरी, 1950 को संविधान के अनुसार की गई थी (इसे राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है)। इस आयोग का सचिवालय नई दिल्ली में है। यूनाइटेड किंगडम ने अप्रैल 2019 में दिशा-निर्देश जारी किये, जिन्हें बाद में डेटा संरक्षण अधिनियम, 2018 के तहत लागू किया गया, ताकि कंपनियाँ कम उम्र के उपयोगकर्त्ताओं को लुभाने के लिये चालाकीपूर्ण रणनीति का उपयोग न कर सकें।
16 भारतीय रिफाइनरों का रूसी तेल भुगतान के लिये चीनी युआन की ओर रुख
भारतीय रिफाइनर ने रूस से तेल आयात के लिये वैकल्पिक भुगतान पद्धति के रूप में चीनी युआन का रुख किया है। भारत में रूसी कच्चे तेल का सबसे बड़ा खरीदार इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ऐसा करने वाला पहला रिफाइनर बन गया। रूस-यूक्रेन विवाद के बाद रूस पर लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों ने रूस और उसके ग्राहकों को भुगतान करने हेतु अमेरिकी डॉलर का विकल्प तलाशने के लिये प्रेरित किया है। रूस के शीर्ष कच्चे तेल आपूर्तिकर्त्ता के रूप में चीन पहले ही रूस से अपने अधिकांश ऊर्जा आयात हेतु भुगतान को युआन में स्थानांतरित कर चुका है। भारत ने भुगतान विकल्पों में विविधता लाने के लिये महत्त्वपूर्ण कदम उठाए है जो अब समुद्री रास्ते से रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। हालाँकि भारतीय रिफाइनरों द्वारा युआन में खरीदे गए रूसी तेल की सटीक सीमा स्पष्ट नहीं है। यह स्थिति उभरती भू-राजनीतिक गतिशीलता के बीच भुगतान के तरीकों में एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाती है।
17 डेटा कार्बन लैडर
लॉगबोरो विश्वविद्यालय से जुड़े वैज्ञानिकों ने डेटा कार्बन लैडर नामक एक उपकरण विकसित किया है, जो व्यवसायों को उनके डिजिटल डेटा से जुड़े कार्बन उत्सर्जन की गणना करने में सक्षम बनाता है। वर्ष 2025 तक वैश्विक डेटा मात्रा 180 ज़ेटाबाइट्स से अधिक होने के साथ प्रति दो वर्ष में दोगुना होने का अनुमान है, डिजिटल डेटा के कार्बन डाइऑक्साइड आउटपुट को समझना अधिक महत्त्वपूर्ण है। यह उपकरण सामान्य रूप से उपेक्षित कारक, डेटा के कार्बन फुटप्रिंट पर विचार करके वैश्विक डी-कार्बोनाइज़ेशन नीतियों में एक महत्त्वपूर्ण निरीक्षण को संबोधित करता है। डेटा सेंटर जो सभी मानव-प्रेरित कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के 2.5% से 3.7% के लिये ज़िम्मेदार हैं, विमानन उद्योग के उत्सर्जन (2.1%) से अधिक है। इस उपकरण का उपयोग करके व्यवसाय और संगठन अपनी डेटा परियोजनाओं की स्थिरता में सुधार कर सकते हैं, उनके पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते हैं तथा साथ ही अधिक कुशल एवं पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्राप्त किया जा सकता है।
18 उपभोक्ता मामले विभाग ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों से उपभोक्ता हितों को नुकसान पहुंचाने वाले ‘डार्क पैटर्न’ को अपनाने से बचने का आग्रह किया
डिजिटल इंटरफेस की दुनिया में, “डार्क पैटर्न” शब्द ने महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है। एक प्रसिद्ध उपयोगकर्ता अनुभव डिजाइनर, हैरी ब्रिग्नुल द्वारा गढ़ा गया, डार्क पैटर्न उपयोगकर्ता के व्यवहार में हेरफेर करने के लिए वेबसाइटों और ऐप्स द्वारा नियोजित भ्रामक रणनीति को संदर्भित करता है। डार्क पैटर्न उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस डिज़ाइन विकल्प हैं जो जानबूझकर उपयोगकर्ताओं को ऐसे निर्णय लेने के लिए गुमराह करने या बरगलाने के लिए बनाए गए हैं जिनका उन्होंने इरादा नहीं किया होगा। वे वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए मनोवैज्ञानिक पूर्वाग्रहों का फायदा उठाते हैं और उपयोगकर्ताओं की भावनाओं से खेलते हैं। डार्क पैटर्न का एक उदाहरण तब सामने आता है जब उपयोगकर्ता जानबूझकर छोटे ‘X’ चिह्न के कारण कष्टप्रद विज्ञापनों को बंद करने में संघर्ष करते हैं। कन्फर्म शेमिंग एक डार्क पैटर्न है जो उपयोगकर्ताओं पर किसी विशेष विश्वास या दृष्टिकोण के अनुरूप दबाव डालने के लिए अपराधबोध का इस्तेमाल करता है। सदस्यता जाल से उपयोगकर्ताओं के लिए किसी सेवा के लिए साइन अप करना आसान हो जाता है लेकिन जानबूझकर रद्द करना या छोड़ना मुश्किल हो जाता है। ये पैटर्न जटिल प्रक्रियाओं से गुजरने के लिए उपयोगकर्ताओं की जड़ता और अनिच्छा का फायदा उठाते हैं।
19 छेड़छाड़-रोधी सिग्नलिंग प्रणाली का विकास कर रहा है IIT खड़गपुर
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, भारतीय रेलवे के लिए ट्रेन संचालन की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। ब्लॉकचेन तकनीक की शक्ति का लाभ उठाकर, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग स्ट्रीम के शोधकर्ता एक छेड़छाड़-प्रूफ सिग्नलिंग प्रणाली विकसित कर रहे हैं। IIT खड़गपुर द्वारा विकसित की जा रही छेड़छाड़-रोधी सिग्नलिंग प्रणाली ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। ब्लॉकचेन एक विकेन्द्रीकृत प्रणाली है जो रिकॉर्ड की गई जानकारी की अखंडता, सुरक्षा और अपरिवर्तनीयता सुनिश्चित करती है। क्रिप्टोकरेंसी और बैंकिंग लेनदेन में इसके उपयोग के लिए व्यापक रूप से जानी जाने वाली यह तकनीक उन सूचनाओं को रिकॉर्ड करने में सक्षम है जिनके साथ छेड़छाड़, हैक या हेरफेर नहीं किया जा सकता है।
20 सौर विकिरण प्रबंधन (एसआरएम) का प्रस्ताव : अमेरिका
अमेरिका ग्लोबल वार्मिंग को संबोधित करने के लिए सौर विकिरण प्रबंधन (Solar Radiation Management – SRM) नामक एक विवादास्पद उपकरण पर विचार कर रहा है। हाल ही में व्हाइट हाउस की एक रिपोर्ट में, SRM को लागू करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का प्रस्ताव दिया गया था, जिसमें एरोसोल इंजेक्ट करना और अंतरिक्ष में सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित करने के लिए समुद्री बादलों को चमकाना शामिल था। जबकि SRM की अवधारणा में रुचि बढ़ी है, वैज्ञानिकों ने इसकी तैनाती से जुड़े पर्यावरणीय, सामाजिक और भू-राजनीतिक जोखिमों के बारे में चिंता जताई है। SRM में ग्लोबल वार्मिंग का मुकाबला करने के साधन के रूप में सूर्य के प्रकाश के एक छोटे अंश को वापस अंतरिक्ष में परावर्तित करना शामिल है। प्रस्तावित अनुसंधान प्रशासन ढांचे का उद्देश्य सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित सौर जियोइंजीनियरिंग अनुसंधान के लिए पारदर्शिता, जुड़ाव और जोखिम प्रबंधन पर मार्गदर्शन प्रदान करना है। यह ढांचा इस उभरते क्षेत्र में सूचित निर्णय लेने और जिम्मेदार प्रथाओं में योगदान देगा।
21 भारत ने सैफ चैंपियनशिप का फाइनल जीता
सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय फुटबॉल टीम ने कुवैत को हरा दिया। इस जीत के साथ ही उसने नौवीं बार इस खिताब को अपने नाम कर लिया। सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने पेनल्टी शूटआउट में कुवैत को 5-4 से हराया। बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में निर्धारित 90 मिनट तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रहीं। उसके 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम में भी कोई भी टीम दूसरा गोल नहीं कर सकी। ऐसे में मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट में हुआ। भारत को यह जीत गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने दिलाई। उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में शानदार प्रदर्शन किया और कुवैत के कप्तान खालिद अल इब्राहिम का आखिरी शॉट रोक दिया। भारत इससे पहले 1993, 1997, 1999, 2005, 2009, 2011, 2015 और 2021 में चैंपियन बना था। टूर्नामेंट के 14 साल के इतिहास में भारत नौ बार चैंपियन बना है और चार बार वह उप विजेता रहा।