1. भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बना
भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। यह अब चीन से आगे निकल गया है। बुधवार को जारी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की एक नई रिपोर्ट के आंकड़ों से ये जानकारी सामने आई है। यूएनएफपीए की द स्टेट ऑफ वल्र्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023 के अनुसार, भारत की जनसंख्या 1,428.6 मिलियन (142.86 करोड़) तक पहुंच गई है, जबकि चीन की 1,425.7 मिलियन (142.57 करोड़) है, यानि कि 2.9 मिलियन यानि 29 लाख का अंतर है। संयुक्त राष्ट्र ने 2022 में ही भारत के सबसे अधिक आबादी वाले देश बनने का अनुमान लगाया था। इसके अलावा, यूएनएफपीए की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 25 प्रतिशत जनसंख्या 0-14 आयु वर्ग की है, 18 प्रतिशत 10-19 वर्ष की आयु की, 26 प्रतिशत 10-24 आयु वर्ग की। लगभग 68 प्रतिशत जनसंख्या 15-64 आयु वर्ग में हैं, जबकि 65 से ऊपर के लोग सिर्फ 7 प्रतिशत हैं। चीन जीवन प्रत्याशा के मामले में भारत से बेहतर कर रहा है, जो महिलाओं के मामले में 82 और पुरुषों के मामले में 76 साल है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के लिए यह आंकड़ा 74 और 71 है।
2. गृह मंत्री ने राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के मादक पदार्थ रोधी बल के प्रमुखों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह नई दिल्ली में आयोजित राज्यों और संघशासित प्रदेशों के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स प्रमुखों के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। श्री अमित शाह ने एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट (विशेष संस्करण), 2022 और नशामुक्त भारत – राष्ट्रीय संकल्प पुस्तिका का विमोचन भी किया। श्री शाह ने देश में अवैध खेती की पहचान और उसे नष्ट करने के लिए ‘मैप ड्रग्स’– मोबाइल एप और वेब पोर्टल का शुभारंभ भी किया। गृह मंत्री ने NCB, इंदौर क्षेत्रीय इकाई के कार्यालय परिसर का ऑनलाइन उद्घाटन भी किया।
3. आयुष क्षेत्र “आयुष ग्रिड” और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए कुशल, समग्र, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा
भारत की अध्यक्षता में G20 की दूसरी स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक में डिजिटल स्वास्थ्य और नवाचार का लाभ उठाने, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लिये नागरिक केंद्रित स्वास्थ्य वितरण पारिस्थितिकी तंत्र पर एक महत्त्वपूर्ण चर्चा हुई। भारत में आयुष मंत्रालय ने कुशल, किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मॉडल स्थापित करने के लिये पारंपरिक चिकित्सा को प्रौद्योगिकी के साथ एकीकृत करने के महत्त्व पर ज़ोर दिया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु उन्होंने “आयुष ग्रिड” नामक एक व्यापक आईटी आधार पेश किया है, जो आयुष क्षेत्र में बदलाव लाने के लिये एक सुरक्षित और इंटरऑपरेबल डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगा। आयुष ग्रिड चार स्तरों पर संचालित होता है, जो सभी हितधारकों के बीच सहज डिजिटल जुड़ाव सुनिश्चित करता है और मेडिकल रिकॉर्ड बनाए रखने, सूचना का आदान-प्रदान तथा स्वास्थ्य देखभाल के विभिन्न तौर-तरीकों की प्रभावशीलता के मूल्यांकन में डिजिटल उपकरणों के उपयोग के महत्त्व पर प्रकाश डालता है। आयुष मंत्रालय ने कहा कि भारत में WHO के पारंपरिक चिकित्सा के लिये वैश्विक केंद्र का कार्य आगामी पारंपरिक चिकित्सा में डेटा विश्लेषण और प्रौद्योगिकी पर काम करना है।
4. साथी पोर्टल तथा मोबाइल ऐप का शुभारंभ
कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीज उत्पादन, गुणवत्तापूर्ण बीज की पहचान और बीज प्रमाणन की चुनौतियों से निपटने के लिए साथी पोर्टल तथा मोबाइल ऐप की शुरुआत की। इसे उत्तम बीज – समृद्ध किसान की थीम पर विकसित किया गया है।
5. वैज्ञानिक और औदयोगिक विकास अनुसंधान के लिए क्वांटम मिशन को मंजूरी, छह हजार करोड रूपये आवंटित
केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को मंजूरी दे दी है। इस मिशन से क्वांटम टेक्नोलॉजी के माध्यम से आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी और भारत इस क्षेत्र में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में आगे बढेगा। इस मिशन का उद्देश्य वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान तथा विकास को पल्लवित करना और बढाना है तथा क्वांटम प्रौद्योगिकी में गतिशील और नवाचार तंत्र तैयार करना है। इस नए मिशन के तहत सुपर कंडक्टिंग और फोटोनिक तकनीक जैसे विभिन्न प्लेटफार्म में आठ वर्षों में पचास से एक हजार भौतिक क्यूबिट की क्षमता वाला मध्यवर्ती स्तर का क्वांटम कम्प्यूटर विकसित करने का लक्ष्य है। इस मिशन से सटीक समय, संचार और दिशासूचना के लिए परमाणु प्रणाली और परमाणु घडियों में उच्च संवेदनशीलता से युक्त मैगनेटोमीटर तैयार करने में मदद मिलेगी। इससे क्वांटम उपकरणों के निर्माण के लिए सुपर कंडक्टर, नवीन सेमीकंडक्टर उत्पाद जैसे क्वांटम सामग्रियों के डिजायन में सहायता मिलेगी। इस मिशन को 2023-24 से 2030-31 की अवधि के लिए छह हजार करोड रूपये से अधिक की राशि के साथ स्वीकृत किया गया है।
6. इस्पात मंत्रालय मुंबई में 19 से 21 अप्रैल के बीच इस्पात उद्योग पर एक सम्मेलन और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी इंडिया स्टील 2023 का आयोजन कर रहा है
केंद्रीय इस्पात मंत्रालय द्वारा वाणिज्य विभाग, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) के सहयोग से इस्पात उद्योग पर एक सम्मेलन तथा प्रदर्शनी इंडिया स्टील 2023 का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान लॉजिस्टिक्स अवसंरचना, मांग गतिशीलता, हरित इस्पात उत्पादन तथा उत्पादकता एवं दक्षता बढ़ाने के लिये प्रौद्योगिकी समाधानों जैसे विषयों को कवर किया जाएगा। इंडिया स्टील 2023 आकर्षक सत्रों की एक वर्गीकृत शृंखला प्रस्तुत करेगा जिसमें ‘‘सक्षम लॉजिस्टिक्स अवसंरचना का संवर्द्धन”, ‘‘भारतीय इस्पात उद्योग के लिये मांग गतिशीलता”, ‘‘हरित इस्पात के माध्यम से स्थिरता लक्ष्य: चुनौतियाँ और भावी परिदृश्य”, ‘‘अनुकूल नीति संरचना तथा भारतीय इस्पात के प्रमुख समर्थक” और “उत्पादकता एवं दक्षता बढ़ाने के लिये प्रौद्योगिकी समाधानों” जैसे विषयों को कवर किया जाएगा। कच्चे इस्पात का विश्व का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक होने के नाते भारत वैश्विक इस्पात उद्योग में एक महत्त्वपूर्ण अभिकर्त्ता है। वित्त वर्ष 2021-2022 में देश ने 120 मिलियन टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया। ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में भारत के इस्पात भंडार का 80% से अधिक हिस्सा है। देश के कुछ महत्त्वपूर्ण इस्पात उत्पादक केंद्र भिलाई, दुर्गापुर, बर्नपुर, जमशेदपुर, राउरकेला और बोकारो हैं। भारत वर्ष 2021 में 106.23 मिलियन टन की खपत के साथ इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। चीन विश्व स्तर पर सबसे बड़ा इस्पात उपभोक्ता है, जिसके बाद भारत का स्थान आता है।
7. भारतीय-अमेरिकी FedEX के CEO राज सुब्रमण्यम को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया
वैश्विक परिवहन कंपनी फेडेक्स के सीईओ राज सुब्रमण्यम को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान भारतीय मूल के व्यक्तियों और भारतीय प्रवासियों को भारत द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। सुब्रमण्यम (55 वर्षीय) को अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने इंडिया हाउस में एक समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया, क्योंकि वह इस साल की शुरुआत में पुरस्कार लेने के लिए भारत नहीं जा सके थे। एक अन्य पुरस्कार विजेता दर्शन सिंह धालीवाल भी कार्यक्रम में मौजूद थे। सुब्रमण्यम केरल के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले हैं और फिलहाल टेनेसी के मेम्फिस में रहते हैं।
8. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया शार न्यिमा त्सो सुम नमयिग ल्हाखांग का उद्घाटन
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने तवांग जिले में अपने गांव ज्यांखार में पूरी तरह से नवीनीकृत शार न्यिमा त्शो सुम नमयिग ल्हक्हंग (गोन्पा) का उद्घाटन किया। इस गोन्पा का मानवों के कल्याण के लिए विशेष महत्व है, विशेष रूप से शार न्यिमा त्शो सुम और सभी बौद्ध लोगों के लिए। 11-12वीं शताब्दी का गोन्पा गिरने के कगार पर था, लेकिन अब इसे नवीनीकृत किया गया है और उसकी पूर्व महिमा को फिर से स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक अनुष्ठानों और आशीर्वादों का कार्य किया गया है। उद्घाटन के बाद ज्यांखार गांव में बौद्ध अनुयायियों के लिए विशेष सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने शीर्ष रैंक के महंतों और महान व्यक्तित्वों को सम्मानित किया।
9. संपीड़ित बायोगैस पर वैश्विक सम्मेलन (CBG) का आयोजन
हाल ही में इंडियन फेडरेशन ऑफ ग्रीन एनर्जी (IFGE) ने संपीड़ित बायोगैस (CBG) पर एक वैश्विक सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में किया, जिसमें केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री ने जैव ईंधन के घरेलू उत्पादन के महत्त्व पर प्रकाश डाला। इसे जीवाश्म ईंधन के आयात को कम करने एवं अंततः शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने की एक महत्त्वपूर्ण रणनीति के रूप में देखा जाता है। CBG उत्पादन कई लाभ प्रदान करता है, जिसमें प्राकृतिक गैस के आयात में कमी, GHG उत्सर्जन, कृषि अवशेषों को जलाना, किसानों को लाभकारी आय प्रदान करना, रोज़गार सृजन और प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त जैविक खेती को प्रोत्साहित करने और कृत्रिम उर्वरकों के उपयोग को कम करने के लिये कृषि क्षेत्र में CBG के उप-उत्पाद, किण्वित जैविक खाद (FOM) को लागू किया जा सकता है। भारत ने वर्ष 2030 में ऊर्जा मिश्रण में गैस की हिस्सेदारी बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है और CBG के तेज़ी से विस्तार से घरेलू संसाधनों की अतिरिक्त आवश्यकता को पूरा करने में मदद मिलेगी। सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन (SATAT) योजना को सम्मेलन में रेखांकित किया गया जो CBG उत्पादन के लिये फीडस्टॉक के रूप में विभिन्न अपशिष्ट स्रोतों की पड़ताल करती है। भारत का लक्ष्य वर्ष 2024-25 तक 5,000 वाणिज्यिक CBG संयंत्र स्थापित करना और 15 MMT CBG का उत्पादन करना है। सरकार ट्रिपल बॉटम लाइन (पर्यावरण, समाज और अर्थव्यवस्था) के सभी कर्त्ताओं की स्थिरता को बढ़ावा देने के लिये एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर केंद्रित है तथा हाल ही में घोषित अमृत काल बजट वर्ष 2023 भारत की बायोगैस और महत्त्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा क्रांति को बढ़ावा देगा।
10. ट्राई ने “लो पावर स्मॉल रेंज एफएम रेडियो ब्रॉडकास्टिंग से संबंधित मुद्दे” पर जारी किया परामर्श पत्र
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने “लो पावर स्माल रेंज FM रेडियो प्रसारण से संबंधित मुद्दों” पर एक परामर्श पत्र जारी किया है। यह ड्राइव-इन थिएटर एप्लीकेशन हेतु एक नए सेवा प्रदाता की शुरुआत के साथ-साथ कम-शक्ति शॉर्ट-रेंज FM रेडियो प्रसारण से संबंधित मुद्दों पर हितधारकों से प्रतिक्रिया और टिप्पणियाँ एकत्र करेगा। इस तरह के प्रसारण को सीमित स्थानों और स्वागत क्षेत्रों, जैसे- अस्पताल रेडियो सेवाओं, मनोरंजन पार्कों, व्यावसायिक परिसरों, बंद समुदायों, छोटे आवासों तथा स्थानीय कार्यक्रमों के लिये लक्षित सेवाओं हेतु ध्वनि प्रसारण का एक प्रभावी तरीका माना जाता है। ट्राई टेलीकॉम सेवाओं को नियंत्रित करता है जिसमें टेलीकॉम सेवाओं के लिये टैरिफ का निर्धारण/संशोधन शामिल है जो पहले केंद्र सरकार में निहित थे।
11. मिशिगन पेपर मिल में ब्लास्टोमायकोसिस का प्रकोप
ब्लास्टोमायकोसिस एक दुर्लभ कवक संक्रमण है जो ब्लास्टोमायसेस कवक (Blastomyces Fungus) के कारण होता है, यह अमेरिका के मध्य-पश्चिमी, दक्षिण-मध्य एवं दक्षिण-पूर्वी राज्यों में पाया जाता है। कवक सामान्यतः नम मृदा तथा लकड़ी व सड़ी हुई पत्तियों में मौजूद होता है। यह कवक मिशिगन राज्य, अमेरिका का स्थानिक है। फंगस के बीजाणु, जो साँस के साथ अंदर जाते हैं, बीमारी का कारण बनते हैं, साथ ही मृदा में असंतुलन होने पर वायु में फैल सकते हैं। ब्लास्टोमायकोसिस के लक्षणों में बुखार, खाँसी, साँस लेने में कठिनाई और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं। यह गंभीर संक्रमण संभावित रूप से त्वचा, हड्डियों तथा मस्तिष्क जैसे अन्य अंगों में फैल रहा है, जबकि रोग के इलाज हेतु एंटीफंगल दवाएँ उपलब्ध हैं, हालाँकि दवा के इस्तेमाल लंबे समय तक करना पड़ सकता है, यह अवधि छह महीने से एक वर्ष के बीच हो सकती है।
12. भारत में मैंग्रोव पिट्टा पक्षी की पहली गणना का आयोजन
हाल ही में ओडिशा के दो तटीय ज़िलों (केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर) में पहली मैंग्रोव पिट्टा पक्षी गणना की गई। मैंग्रोव पिट्टा पक्षी (पिट्टा मेगरिन्चा) पक्षी की एक प्रजाति है जो ओडिशा के भितरकनिका और पश्चिम बंगाल के सुंदरबन सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने प्रजातियों को वर्गीकरण और मूल्यांकन किया है और इसे “संकटापन्न” के रूप में सूचीबद्ध किया है। यह प्रजाति महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह मैंग्रोव वनों के स्वास्थ्य का जैव-संकेतक है, जो तटीय क्षेत्रों में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
13. वैज्ञानिकों ने भारतीय अंटार्कटिक स्टेशन मैत्री में पहचानी गई प्लाज्मा तरंग के एक रूप की विशेषताओं की जांच की है
वैज्ञानिकों ने भारतीय अंटार्कटिक स्टेशन मैत्री में ऐसी विद्युत चुंबकीय (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक) आयन साइक्लोट्रॉन (EMIC) तरंगों की पहचान की है, जो प्लाज़्मा तरंगों का ही एक रूप है और इनकी विशेषताओं का अध्ययन किया है। ये तरंगें ऐसे किलर इलेक्ट्रॉनों (इलेक्ट्रॉनों की गति प्रकाश की गति के करीब होती हैं, जो पृथ्वी ग्रह की विकिरण पट्टी बेल्ट का निर्माण करती हैं) की वर्षा/अवक्षेपण (Precipitation) में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जो अंतरिक्ष-जनित हमारी प्रौद्योगिकी/उपकरणों के लिये हानिकारक हैं। यह अध्ययन निम्न कक्षाओं में स्थापित उपग्रहों पर विकिरण पट्टी/रेडिएशन बेल्ट में ऊर्जावान कणों के प्रभाव को समझने में सहायक बन सकता है। EMIC तरंगें पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में पाई जाने वाली सूक्ष्म विद्युत चुंबकीय उत्सर्जन हैं। ये तरंगें भूमध्यरेखीय अक्षांशों में उत्पन्न होती हैं और चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के साथ उच्च अक्षांश आयनमंडल तक फैली होती हैं। अंतरिक्ष के साथ-साथ भू-आधारित मैग्नेटोमीटर दोनों में उनके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
14. टी मॉस्किटो बग उत्पादन को प्रभावित कर रहा है: यूपीएएसआई
टी मॉस्किटो बग (TMB) के संक्रमण के कारण भारत में चाय का उत्पादन खतरे में है। टी मॉस्किटो बग (Helopeltis Theivora) एक आम कीट है जो चाय के पौधों के कोमल भागों से रस चूसता है, जिससे फसल को भारी नुकसान होता है। यह पौधों के ऊतकों में अंडे डालकर उन्हें नुकसान भी पहुँचाता है। TMB ने निम्न और उच्च उँचाई वाले दोनों प्रकार के चाय बागानों को प्रभावित किया है। यूनाइटेड प्लांटर्स एसोसिएशन ऑफ सदर्न इंडिया (UPASI) ने कीट के तेज़ी से फैलने के कारण दक्षिण भारत के सभी चाय की खेती वाले ज़िलों में फसल के भारी नुकसान पर चिंता जताई है। भारतीय चाय बोर्ड ने भारतीय चाय को हानिकारक कीटनाशकों से मुक्त करने के लिये पौध संरक्षण कोड (PPC) की अपनी अनुमोदित सूची से कई कीटनाशकों को हटा दिया है। वर्तमान में PPC के तहत दक्षिण भारत में उपयोग के लिये केवल सात कीटनाशक स्वीकृत हैं और चाय उत्पादक इस कीट के प्रभावी नियंत्रण में असमर्थ हैं। UPASI ने भारत में अन्य फसलों के लिये केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड और पंजीकरण समिति (CIBRC) द्वारा मूल्यांकन एवं अनुमोदित प्रभावी अणुओं का उपयोग करने के लिये सरकार की मंज़ूरी मांगी है ताकि चाय उत्पादन पर पड़ने वाला प्रभाव न्यूनतम हो। CIBRC की स्थापना कृषि मंत्रालय द्वारा वर्ष 1970 में कीटनाशी अधिनियम, 1968 और कीटनाशक नियम, 1971 के तहत कीटनाशकों को विनियमित करने के लिये की गई थी। CIB तकनीकी मामलों पर सरकार को सलाह देता है तथा उसे अन्य कार्य भी सौंपे गए हैं। कीटनाशक आयातकों और निर्माताओं को पंजीकरण समिति में पंजीकरण कराना होता है।
15. शेखर राव कर्नाटक बैंक के अंतरिम MD और CEO नियुक्त
कर्नाटक बैंक ने मौजूदा सीईओ का कार्यकाल पूरा होने के बाद शेखर राव को अंतरिम प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है। कर्नाटक बैंक के वर्तमान प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एमडी और सीईओ) महाबलेश्वर एम एस ने 14 अप्रैल को अपने तीन साल के दूसरे कार्यकाल के सफल समापन के बाद कार्यालय छोड़ दिया। राव ने 12 अप्रैल, 2023 को आरबीआई की मंजूरी मिलने के बाद 15 अप्रैल, 2023 से अंतरिम एमडी और सीईओ के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्हें तीन महीने की अवधि के लिए या नियमित एमडी और सीईओ की नियुक्ति तक, जो भी पहले हो, नियुक्त किया गया है।
16. आईआईटी हैदराबाद में DRDO इंडस्ट्री एकेडमिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) इंडस्ट्री एकेडमिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (DIA-CoE) का उद्घाटन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद में हुआ। यह देश की सबसे बड़ी सुविधा है। DRDO चेयरमैन डॉ समीर वी कामट ने तेलंगाना के IIT-हैदराबाद कैंपस पर सुविधा का उद्घाटन किया और बताया कि केंद्र भविष्य के प्रोजेक्ट्स को अपने निर्धारित लक्ष्य के लिए ले जाएगा जो DRDO द्वारा लंबी अवधि के लिए आवश्यक होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि DIA-CoE IITH देश के सभी 15 CoE में सबसे बड़ा है, और DRDO टीम IIT-H के साथ मिलकर प्रत्येक डोमेन में लक्ष्य परियोजनाओं की पहचान करेगी और उन्हें 3-5 वर्षों के भीतर पूरा करेगी।
17. सीरिया दुनिया का सबसे बड़ा ‘नार्को-स्टेट’ बना: रिपोर्ट
सीरिया दुनिया का सबसे बड़ा नार्को-स्टेट बन गया है। नार्को-स्टेट का मतलब उस देश से है जो अपनी अर्थव्यवस्था चलाने के लिए नशे के निर्यात पर निर्भर है। इसकी अर्थव्यवस्था ही नशे से चलती है। सीरिया खासतौर पर एम्फैटिन जैसे टैबलेट का एक्सपोर्ट करता है। इसे कैप्टागन या गरीबों का कोक भी कहा जाता है। नशे के निर्यात से होने वाली कमाई का सीरिया के विदेशी मुद्रा में 90 फीसदी हिस्सा है।
18. भारतीय-अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग बढ़ाने के टास्क फोर्स में नीली बेंदापुडी
भारतीय मूल की अकादमिक नीली बेंदापुडी को अमेरिका और भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच अनुसंधान और अकादमिक साझेदारी के विस्तार पर केंद्रित एसोसिएशन ऑफ अमेरिकन यूनिवर्सिटीज (AAU) टास्क फोर्स के पांच सह-अध्यक्षों में से एक के रूप में नियुक्त किया गया है। पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बेंदापुडी जो पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष हैं, कार्य-बल के लिए स्वभावत: उपयुक्त हैं। उच्च शिक्षा और व्यवसाय में एक नेता के रूप में उनका 30 साल का करियर है।
19. वैश्विक शतरंज लीग-जीसीएल का आधिकारिक लोगो आज जारी किया गया
विश्व शतरंज की सर्वोच्च संस्था फिडे और टेक महिंद्रा के संयुक्त प्रयासों से शुरू किए जा रहे वैश्विक शतरंज लीग-जीसीएल का आधिकारिक लोगो जारी किया गया जो इस खेल के 64 खानों जैसा दिखता है। अपनी तरह की इस विशिष्ट लीग के शुरू होने के 64 दिन पहले लोगो जारी किया गया। शतरंज के बोर्ड में कुल 64 खाने होते हैं। जीसीएल विश्व की सबसे बड़ी और शतरंज की पहली लीग है जिसका आयोजन 21 जून से दो जुलाई के बीच किया जाएगा। यह टूर्नामेंट राउंड रोबिन आधार पर रैपिड प्रारूप में खेला जाएगा। प्रत्येक टीम 10 मैच खेलेगी जिसमें शीर्ष पर रहने वाली दो टीम फाइनल में एक दूसरे का सामना करेंगी। फाइनल दो जुलाई को खेला जाएगा और विजेता टीम को विश्व चैंपियन फ्रेंचाइजी टीम का ताज पहनाया जाएगा।
20. विश्व लीवर दिवस: 19 अप्रैल
विश्व लीवर दिवस (WLD) मानव शरीर में यकृत (लीवर) के बारे में जागरूकता और इसके महत्व के बारे में जानकारी बढाने के लिए हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में लीवर की बीमारियां मृत्यु का 10वां सबसे आम कारण है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के मुताबिक मस्तिष्क को छोड़कर लीवर शरीर का दूसरा सबसे बड़ा और सबसे जटिल अंग है। यह शरीर के पाचन तंत्र का एक प्रमुख अंग है। विश्व लिवर दिवस 2023 की थीम “सतर्क रहें, नियमित लिवर चेक-अप करें, फैटी लिवर किसी को भी प्रभावित कर सकता है” (Be Vigilant, Do Regular Liver Check-Up, Fatty Liver Can Affect Anyone) रखी गई है।