भारत और उसके सहयोगी देशों ने कृषि जल संसाधन प्रबंधन में आदान-प्रदान का विस्‍तार करने के लिए मेकांग गंगा सहयोग व्‍यापार परिषद गठित करने का निर्णय लिया

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1 भारत और उसके सहयोगी देशों ने कृषि जल संसाधन प्रबंधन में आदान-प्रदान का विस्‍तार करने के लिए मेकांग गंगा सहयोग व्‍यापार परिषद गठित करने का निर्णय लिया​


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विदेश मंत्री डॉ0 एस.जयशंकर ने थाईलैण्‍ड के बैंकाक में लाओ पीडीआर के विदेश मंत्री सालेमक्‍से कोमासित के साथ 12वीं मीकांग-गंगा सहयोग बैठक की सह-अध्‍यक्षता की। बैठक के दौरान डॉ0 जयशंकर ने भारत-म्‍यांमार-थाईलैण्‍ड त्रि-स्‍तरीय राजमार्ग के निर्माण को प्राथमिकता दी। दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग बढाने के लिए मीकांग-गंगा सहयोग कारोबार परिषद की स्‍थापना करने का फैसला किया। दोनों नेताओं ने इसके दायरे को कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा जल संसाधन प्रबंधन तक बढाने का फैसला किया। बैठक में त्‍वरित प्रभाव वाली परियोजनाओं, संस्‍कृति और पर्यटन तथा संग्रहालय आधारित सहयोग समेत नई विकास भागीदारी पर भी चर्चा की गई। मीकांग-गंगा सहयोग की स्‍थापना नवम्‍बर 2000 में की गई थी। इसमें छह सदस्‍य देश भारत, थाईलैण्‍ड, म्‍यांमार, कम्‍बोडिया, लाओस और वियतनाम शामिल हैं। पर्यटन, संस्‍कृति, शिक्षा और परिवहन सहयोग के क्षेत्र हैं।

2 भारत और इंडोनेशिया ने भारत-इंडोनेशिया आर्थिक व वित्‍तीय संवाद शुरू करने की घोषणा की​


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भारत और इंडोनेशिया ने गांधीनगर में जी-20 देशों के वित्‍त मंत्रियों और केन्‍द्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक के दौरान भारत-इंडोनेशिया आर्थिक और वित्‍तीय संवाद शुरू करने की घोषणा की। केन्‍द्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन और इंडोनेशिया की वित्‍त मंत्री मुलयानी इंद्रावती ने इसकी घोषणा की। इस पहल का उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना और वैश्विक मुद्दों पर आपसी सहमति को आगे बढाना है। इसके तहत वैश्विक आर्थिक संभावनाओं और द्विपक्षीय निवेश संबंधों के साथ-साथ जी-20 और आसियान से जुडे मामलों में सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी। गांधीनगर में एक संयुक्‍त संवाददाता सम्‍मेलन में श्रीमती सीतारामन ने कहा कि आसियान क्षेत्र में इंडोनेशिया भारत के सबसे बडे व्‍यापारिक भागीदार के रूप में उभरा है। दोनों देशों के बीच व्‍यापार में वर्ष 2005 से आठ गुना बढोतरी हो चुकी है। उन्‍होंने बताया कि 1991 में भारत की ‘लुक ईस्‍ट पॉलिसी’ और उसके बाद ‘एक्‍ट ईस्‍ट पॉलिसी’ के कारण हमारे आपसी संबंधों में विशेषकर वाणिज्यिक और सांस्‍कृतिक क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है।

3 भारत और मंगोलिया की सेनाओं के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास उलानबाटर में शुरू​


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भारत और मंगोलिया का 15वां संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास मंगोलिया के उलानबाटर में शुरू होगा। रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारतीय सेना के 43 सदस्‍यों का दल कल इस अभ्‍यास में शामिल होने के लिए मंगोलिया गया। वे मंगोलिया में नोमेडिक एलिफेंट 2023 नाम के संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास में भाग लेंगे। ये अभ्‍यास इस महीने की 31 तारीख तक चलेगा। मंगोलिया में होने वाले सैन्‍य अभ्‍यास में जम्‍मू कश्‍मीर लाइट इंफेन्‍ट्री रेजिमेंट और मंगोलियाई सशस्‍त्र बल इकाई 84 के सैनिक भाग लेंगे। इस अभ्‍यास का प्राथमिक उद्देश्‍य दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवाद रोधी कार्यवाहियों पर केन्द्रित है। इसमें प्‍लाटून स्‍तर का मैदानी प्रशिक्षण अभ्‍यास शामिल है। इस दौरान भारत और मंगोलिया के सैनिक अपने कौशल और क्षमताओं में वृद्धि के लिए विभिन्‍न प्रकार की प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेंगे। नोमेडिक एलिफेंट 2023 अभ्‍यास भारतीय और मंगोलियाई सेना के बीच रक्षा सहयोग के क्षेत्र में एक महत्‍वपूर्ण मील का पत्‍थर होगा। इसके माध्‍यम से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा। भारत और मंगोलिया के बीच यह वार्षिक सैन्‍य अभ्‍यास है जो दोनों देशों में वैकल्पिक रूप से आयोजित किया जाता है।

4 बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2023 जारी किया गया​


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हाल ही में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और ऑक्सफोर्ड गरीबी और मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) 2023 जारी किया गया है। यह “प्रत्यक्ष रूप से किसी व्यक्ति के जीवन और कल्याण को प्रभावित करने वाले स्वास्थ्य, शिक्षा एवं जीवन स्तर के परस्पर संबंधित अभावों को मापता है”। भारत ने गरीबी उन्मूलन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, केवल 15 वर्षों के भीतर उल्लेखनीय संख्या में लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। 15 सालों की अवधि में, भारत में आश्चर्यजनक रूप से 415 मिलियन लोग गरीबी के चंगुल से बाहर आ गए हैं। यह उपलब्धि इस बात को उजागर करती है कि देश ने अपने नागरिकों की जीवन स्थितियों में सुधार लाने में शानदार प्रगति की है। संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में कहा कि भारत में 2005-2006 से 2019-2021 के दौरान महज 15 साल के भीतर कुल 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले। यह बात वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) के नवीनतम अपडेट में कही गई है।

5 Global Firepower:us के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना​


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वैश्विक रक्षा संबंधी जानकारी पर नजर रखने वाली डाटा वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर (Global Firepower) ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली सैनिकों की सूची जारी की है। ग्लोबल फायरपावर के अनुसार, अमेरिका के पास दुनिया की सबसे मजबूत सैन्य शक्ति है। इस सूची में रूस दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर हैं। वहीं, भारत ने चौथे स्थान पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। ग्लोबल फायरपावर की ओर से जारी की गई ‘सैन्य ताकत सूची 2023’ में दुनिया के सबसे कमजोर सैन्य बल वाले देश भी शामिल हैं। इसमें भूटान और आइसलैंड शामिल हैं। इनका मूल्यांकन 60 से अधिक कारकों (Factors) पर किया गया है।

6 कूनो राष्‍ट्रीय पार्क में चीतों की मृत्‍यु का कारण प्राकृतिक है।​


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पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि राष्‍ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण-एनटीसीए के अनुसार प्रारंभिक विश्‍लेषण से पता चलता है कि कूनो राष्‍ट्रीय पार्क में चीतों की मृत्‍यु के कारण प्राकृतिक है। एनटीसीए चीता परियोजना को लागू करने वाली संस्‍था है। दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से भारत लाये गए 20 चीतों में से मध्‍यप्रदेश के कूनो राष्‍ट्रीय पार्क में पांच वयस्‍क चीतों की मृत्‍यु हो चुकी है। रेडियो कॉलर से चीतों की मृत्‍यु होने संबंधी समाचारों पर पर्यावरण मंत्रालय ने कहा है कि इन समाचारों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और ये अटकलबाजी तथा सुनी-सुनाई बातों पर आधारित है। मंत्रालय ने कहा है कि चीता परियोजना को अभी एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ है इसलिए इसकी सफलता या विफलता पर कुछ कहना जल्‍दबाजी है। मंत्रालय ने कहा है कि चीता परियोजना एक दीर्घकालीन परियोजना है। पिछले दस महीनों में परियोजना से संबंध सभी पक्षों ने चीता प्रबंधन, निगरानी और संरक्षण में महत्‍वपूर्ण समझ अर्जित की है।

7 ONGC बना रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणाली सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाला भारत का पहला PSU​


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तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) ने हाल ही में अपने एंटी-रिश्वतखोरी प्रबंधन प्रणाली (ABMS) के लिए सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाला भारत का पहला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) बनकर इतिहास बनाया है। सर्टिफिकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट बॉडी इंटरसर्ट USA द्वारा प्रदान किया गया था। रिश्वत का मुकाबला करने के लिए ONGC की प्रतिबद्धता पहले 2005 में प्रदर्शित हुई थी जब यह ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा शुरू किए गए इंटीग्रिटी पैक्ट (आईपी) को अपनाने वाला भारत का पहला संगठन बन गया था।

8 आरबीआई सीबीडीसी लेनदेन के लिए यूपीआई क्यूआर कोड पेश करेगा​


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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इस महीने के अंत तक अपनी केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के बीच अंतरसंचालनीयता को लागू करने के लिए तैयार है। यह कदम ग्राहकों को डिजिटल मुद्रा का उपयोग करके लेनदेन के लिए यूपीआई क्यूआर कोड का उपयोग करने की अनुमति देगा। आरबीआई का लक्ष्य वर्ष के अंत तक प्रति दिन 1 मिलियन सीबीडीसी लेनदेन हासिल करना है, जिससे वर्तमान लेनदेन की मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) को यूपीआई के साथ इंटरऑपरेबिलिटी की योजना बना रहा है। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने यह जानकारी दी है।

9 शेड्यूल एम अनुपालन को जल्द ही एमएसएमई फार्मा फर्मों के लिए अनिवार्य बनाया जाएगा​


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फार्मा उत्पादों की मजबूत गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने नियामक अधिकारियों को विनिर्माण संयंत्रों के जोखिम-आधारित निरीक्षण और ऑडिट करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि चरणबद्ध तरीके से एमएसएमई फार्मा क्षेत्र के लिए अनुसूची एम को अनिवार्य बनाया जाएगा। औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 का अनुसूची एम भाग फार्मास्यूटिकल्स के लिए ‘अच्छी विनिर्माण प्रथाओं‘ से संबंधित है जिसका भारत में फार्मास्युटिकल विनिर्माण इकाइयों द्वारा पालन किया जाना चाहिए। इस बीच, देश भर में चलाए गए गुणवत्ता नियंत्रण अभियान के तहत 137 फर्मों का निरीक्षण किया गया और 105 फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 31 फर्मों में उत्पादन बंद कर दिया गया है और 50 फर्मों के खिलाफ उत्पाद/अनुभाग लाइसेंस रद्द करने और निलंबन जारी किए गए हैं। इसके अलावा, 73 फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, और 21 फर्मों के खिलाफ चेतावनी पत्र जारी किए गए हैं।

10 ग्लोबल साउथ​


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अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के कई देशों ने यूक्रेन युद्ध में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (North Atlantic Treaty Organisation- NATO) का समर्थन करने से इनकार कर दिया है, इसके परिणामस्वरूप “ग्लोबल साउथ” फिर से चर्चा का विषय बन गया है। ग्लोबल साउथ उन देशों को संदर्भित करता है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित या अविकसित के रूप में जाना जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं । ये देश आमतौर पर वैश्विक उत्तर के धनी देशों की तुलना में उच्च स्तर की गरीबी, आय असमानता और चुनौतीपूर्ण जीवन स्थितियों का अनुभव करते हैं। “ग्लोबल नॉर्थअधिक समृद्ध राष्ट्र हैं जो ज्यादातर उत्तरी अमेरिका और यूरोप में स्थित हैं, जिनमें ओशिनिया और अन्य जगहों पर कुछ अतिरिक्त शामिल हैं। ग्लोबल साउथ शब्द पहली बार 1969 में राजनीतिक कार्यकर्ता कार्ल ओग्लेसबी द्वारा गढ़ा गया था। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद इसमें तेजी आई , जिससे “दूसरी दुनिया” का अंत हुआ । पहले, विकासशील देशों को आमतौर पर “तीसरी दुनिया” कहा जाता था, यह शब्द 1952 में अल्फ्रेड सॉवी द्वारा गढ़ा गया था। हालाँकि, यह शब्द गरीबी, अस्थिरता और पश्चिमी मीडिया द्वारा प्रचारित नकारात्मक रूढ़िवादिता से जुड़ा हुआ है। परिणामस्वरूप, “ग्लोबल साउथ” शब्द एक अधिक तटस्थ विकल्प के रूप में उभरा।

11 अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की निंदा की​


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अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की निंदा की है। एक साझा वक्तव्य में कहा गया है कि इस सप्ताह उत्तर कोरिया का अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों का उल्लंघन है और यह शांति तथा स्थिरता के लिए खतरा है। जापान के अनुसार, उत्तर कोरिया के पूर्वी तट से बुधवार को दागी गई मिसाइल 74 मिनट तक हवा में रही और 6 हजार किलोमीटर की ऊंचाई तथा एक हजार किलोमीटर की दूरी तक गई।

12 अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्‍तर कोरिया से निपटने के लिए एक संयुक्‍त नौसैनिक मिसाइल का रक्षा अभ्‍यास किया​


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अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया से परमाणु और मिसाइल खतरों को देखते हुए एक संयुक्‍त नौसैनिक मिसाइल रक्षा अभ्‍यास किया। दक्षिण कोरिया की नौसेना के अनुसार, उत्‍तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी तट से अपनी नवीनतम अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ह्वांसोंग-18 का प्रक्षेपण किया है। उत्‍तर कोरिया इस मिसाइल को अपना प्रमुख परमाणु अस्त्र मानता है। दक्षिण कोरिया की नौसेना के अनुसार, त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्‍यास दक्षिण कोरिया और जापान के अंतरराष्ट्रीय जल-क्षेत्र में किया गया। इस अभ्‍यास में तीनों देशों की ऐजिस राडार प्रणाली वाले विध्‍वंसक शामिल किये गये। अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्‍तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण की निंदा की है। उधर, उत्तर कोरिया ने इस प्रक्षेपण को आत्‍मरक्षा में उठाया गया कदम बताया है।

13 इज़राइल की संसद ने सुप्रीम कोर्ट की शक्ति को सीमित करने वाले विधेयक को मंजूरी दी​


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इज़राइल की संसद ने पहले रीडिंग में एक विवादास्पद बिल अपनाया जो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी शक्तियों को सीमित करेगा। इजरायल की संसद ने एक बिल को मंजूरी दे दी है जो सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को सीमित करेगा। वोट के परिणामस्वरूप सीमा के पक्ष में 64 से 56 बहुमत पड़ा, जिसमें प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के धुर दक्षिणपंथी शासन गठबंधन ने विपक्ष को मजबूत किया। वोट से पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को जबरन इमारत से हटा दिया गया, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

14 UP सरकार ने NTPC के साथ दो थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी​


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उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में दो “ओबरा डीथर्मल पॉवर प्रोजेक्ट्स के निर्माण के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। 800 मेगावाट की क्षमता वाली इन परियोजनाओं का उद्देश्य बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करना और राज्य के लोगों को सस्ती बिजली प्रदान करना है। बिजली संयंत्रों का निर्माण अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक का उपयोग करके किया जाएगा, जो उच्च दक्षता और कम कोयले की खपत प्रदान करता है। परियोजनाओं को केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी के सहयोग से निष्पादित किया जाएगा। सोनभद्र के ओबरा जिले में दो थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स उत्तर प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता में काफी वृद्धि करेंगे। 800 मेगावाट की क्षमता वाले प्रत्येक संयंत्र के साथ, संयुक्त बिजली उत्पादन क्षमता में 1,600 मेगावाट की वृद्धि होगी। इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन से राज्य की वर्तमान थर्मल पावर उत्पादन क्षमता में लगभग 25% योगदान होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में लगभग 7,000 मेगावाट है।

15 भारत को 36 वां और तमिलनाडु को अपना पहला उड़ान प्रशिक्षण स्कूल मिला​


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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा तमिलनाडु में पहले उड़ान प्रशिक्षण संगठन (एफटीओ) की हालिया मंजूरी के साथ भारत के विमानन शिक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। ईकेवीआई एयर ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन प्राइवेट लिमिटेड को सलेम हवाई अड्डे से संचालित करने की अनुमति दी गई है, जो इस क्षेत्र में इच्छुक पायलटों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ईकेवीआई एयर ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन प्राइवेट लिमिटेड की मंजूरी तमिलनाडु में इच्छुक पायलटों के लिए नई आशा और अवसर लेकर आई है। पेशेवर प्रशिक्षण कार्यक्रमों तक पहुंच के साथ, छात्र अब कुशल एविएटर बनने के अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में एक यात्रा शुरू कर सकते हैं। एफटीओ के व्यापक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक कक्षाएं, उड़ान सिम्युलेटर सत्र और व्यावहारिक उड़ान अनुभव शामिल होंगे, जो एक अच्छी तरह से शिक्षा सुनिश्चित करते हैं जो गतिशील विमानन उद्योग के लिए छात्रों को तैयार करता है।

16 मेजराना ज़ीरो मोड्स, क्वांटम कंप्यूटिंग​


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हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के शोधकर्त्ताओं ने मेजराना ज़ीरो मोड्स, जो एक प्रकार का कण है, के निर्माण में महत्त्वपूर्ण सफलता की घोषणा की, जिसका क्वांटम कंप्यूटिंग में क्रांति लाने के संभावित प्रभाव हैं। माइक्रोसॉफ्ट के शोधकर्त्ताओं ने एक एल्युमीनियम सुपरकंडक्टर और इंडियम आर्सेनाइड सेमीकंडक्टर से एक टोपोलॉजिकल सुपरकंडक्टर का निर्माण किया। उनके डिवाइस ने माप और अनुकरण सहित एक सख्त प्रोटोकॉल जारी किया जो मेजराना ज़ीरो मोड की मेज़बानी की उच्च संभावना का संकेत देता है। टोपोलॉजिकल गैप प्रोटोकॉल और चालन शिखर के अवलोकन को मेजराना ज़ीरो मोड के लिये मज़बूत साक्ष्य माना जाता है। पदार्थ को बनाने वाले सभी उप-परमाण्विक कणों को फर्मियन कहा जाता है। वर्ष 1928 में भौतिक विज्ञानी पॉल डिरॉक ने यह समझने के लिये डिरॉक समीकरण विकसित किया कि क्वांटम यांत्रिकी और सापेक्षता का विशेष सिद्धांत कैसे सह-अस्तित्व में रह सकते हैं। डिरॉक समीकरण ने उपपरमाण्विक कणों के व्यवहार का वर्णन किया जो लगभग प्रकाश की गति के समान चलते थे। इस समीकरण ने प्रत्येक कण के लिये एंटीपार्टिकल्स के अस्तित्व की भविष्यवाणी की जिससे वर्ष 1932 में पहले एंटीपार्टिकल, पॉज़िट्रॉन (या एंटी-इलेक्ट्रॉन) की खोज हुई। वर्ष 1937 में भौतिक विज्ञानी एटोर मेजराना ने पाया कि डिरॉक समीकरण उन कणों को अपने स्वयं के प्रतिकण बनने की अनुमति देता है जो कुछ शर्तों को पूरा करते हैं। उनके सम्मान में फर्मिऑन जो अपने स्वयं के एंटीपार्टिकल्स हैं, मेजराना फर्मिअन कहलाते हैं।

17 भारतीय निशानेबाज पृथ्वीराज टोंडिमन ने इटली में आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप में कांस्य पदक जीता​


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भारतीय निशानेबाज पृथ्‍वीराज टोंडिमन ने इटली में आई एस एस एफ शॉटगन विश्वकप लोनेटो 2023 में पुरूषों की ट्रैप स्‍पर्धा में कांस्‍य पदक प्राप्‍त किया। इस प्रतियोगिता में पृथ्‍वीराज का कांस्‍य पदक ही भारत का एकमात्र पदक है। यह उनका दूसरा आई एस एस एफ विश्‍वकप पदक है। इससे पहले पृथ्‍वीराज ने मार्च में दोहा में फाइनल में 34 अंक लेकर कांस्‍य पदक जीता था। महिलाओं की ट्रैप स्‍पर्धा में कोई भारतीय निशानेबाज क्वालिफिकेशन राउंड से आगे नहीं जा पाया। लोनेटो में भारत पदक तालिका में नौवें स्‍थान पर है। इटली की आई एस एस एफ शॉटगन विश्‍वकप प्रतियोगिता पेरिस 2024 ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाइंग स्‍पर्धा है।

18 कार्लोस अलकराज ने नोवाक जोकोविच के लंबे शासनकाल को समाप्त कर पहला विंबलडन खिताब जीता​


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विश्‍व के नम्‍बर एक खिलाड़ी कार्लोस अल्‍काराज ने अपना पहला विम्‍बलडन खिताब जीत लिया है। इसके साथ ही उन्‍होंने ऑल इंग्‍लैण्‍ड क्‍लब में विम्‍बलडन टेनिस प्रतियोगिता के फाइनल के दौरान नोवाक जोकोविच का विजय रथ रोक दिया। लंदन में सेंटर कोर्ट पर खेले गये फाइनल मुकाबले में अल्‍काराज ने जोकोविच को 1-6 7-6(6) 6-1 3-6 6-4 से हराकर अपना दूसरा खिताब जीता। स्‍पेन के 20 वर्ष के अल्‍काराज ने सात बार विजेता रहे जोकोविच को हराया और इसके साथ वे बोरिस बेकर के बाद विम्‍बलडन खिताब जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाडी बन गये। 1986 में बोरिस बेकर ने 18 वर्ष की उम्र में यह खिताब जीता था। जोकोविच ने अपने प्रतिद्वंदी अल्‍काराज की प्रशंसा की। अपनी हार के साथ आठवें विम्‍बलडन खिताब से वंचित होने के बाद जोकोविच ने कहा कि उन्‍हें इस तरह के महत्‍वपूर्ण मुकाबले में पराजित होना पसंद नहीं है, लेकिन वे एक अच्‍छे मुकाबले के आयोजन के लिए आभारी हैं।

19 बैंकॉक में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत 27 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा​


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बैंकॉक में एशियाई एथलेटिक्‍स चैंपियनशिप में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए छह स्‍वर्ण, 12 रजत और नौ कांस्‍य पदक अपने नाम किए। 12 जुलाई से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में भारत कुल 27 पदकों के साथ तीसरे स्‍थान पर रहा। खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ज्‍योति याराजी को इस चैंपियनशिप में स्‍वर्ण और रजत पदक जीतने पर बधाई दी है। एक ट्वीट में श्री ठाकुर ने कहा कि हमें टारगेट ओलंपिक्‍स पोडियम एथलीट ज्‍योति याराजी पर इतिहास रचने पर गर्व है, क्‍योंकि उन्‍होंने इस चैंपियनशिप में महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में भारत के लिए पहला स्‍वर्ण पदक जीता और महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में रजत पदक अपने नाम किया। जापान पहले स्थान पर रहा।

20 भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 95 वां स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस मनाया​


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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा, नई दिल्ली में अपना 95वां स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं आईसीएआर सोसायटी के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर थे। 16 जुलाई, 1929 को स्थापित इस संस्था का नाम पहले इंपीरियल काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च था। भारत में बागवानी, मात्स्यिकी और पशु विज्ञान सहित कृषि के क्षेत्र में समन्वयन, मार्गदर्शन और अनुसंधान प्रबंधन व शिक्षा के लिए यह परिषद सर्वोच्च निकाय है। यह पहली बार है कि स्थापना दिवस को प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया गया है इसलिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिसमें किसानों, छात्रों और कृषि-उद्योग के लाभ के लिए आईसीएआर प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया गया है। आईसीएआर द्वारा किए गए नवाचारों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह प्रदर्शनी 16-18 जुलाई, 2023 तक लोगोंके लिए खोली गई है।


 
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