1 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एलबनीज के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, दोनों देशों ने प्रवासन और ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किये
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रवासन, गतिशीलता भागीदारी और हरित हाइड्रोजन कार्यबल से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के बीच सिडनी में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद इन सहमति पत्रों का आदान-प्रदान हुआ। बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध परस्पर विश्वास पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने श्री अल्बनीज के साथ दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग मजबूत करने पर सकारात्मक बातचीत की। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने इस वर्ष भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक समझौते को जल्दी पूरा करने की साझी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बेंगलुरू में ऑस्ट्रेलिया के नए वाणिज्य दूतावास खोलने की भी घोषणा की और कहा कि इससे ऑस्ट्रेलिया के व्यापार को भारत के डिजिटल और नवाचार पारिस्थितिकी प्रणाली के साथ जोडने में मदद करेगा। श्री मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में ऑस्ट्रेलिया में हैं।
2 निर्यातकों को कफ सीरप निर्यात करने से पहले अधिकृत सरकारी प्रयोगशालाओं से अपने उत्पादों का जांच कराना आवश्यक होगा
कफ सीरप निर्यातकों को कफ सीरप निर्यात की अनुमति लेने से पहले 1 जून 2023 से अधिकृत सरकारी प्रयोगशालाओं से अपने उत्पादों की जांच करवाने की आवश्यकता होगी। इस मामले में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना जारी की है। कफ सिरप की निर्यात नीति के ताजा संशोधन में कहा गया है कि 1जून से कफ सीरप के निर्यात के लिए किसी भी प्रयोगशाला से जारी उत्पादन का विश्लेषण प्रमाण पत्र और नमूनों की जांच आवश्यक होगी। अधिकृत केन्द्र सरकार की प्रयोगशालाओं में भारतीय फार्माकोपिया आयोग गाजियाबाद, क्षेत्रीय औषधि परीक्षण लैब, चंडीगढ़ और गुवाहाटी, केन्द्रीय औषधि लैब कोलकाता, केन्द्रीय औषधि परीक्षण लैब चेन्नई, हैदराबाद और मुंबई तथा राज्य सरकारों की मान्यता प्राप्त दवा परीक्षण प्रयोगशालाओं के परीक्षण के लिए राष्ट्रीय प्रमाणन बोर्ड शामिल हैं।
3 UPSC CSE 2022 : IAS परीक्षा में इशिता किशोर ने हासिल किया पहला स्थान
हाल ही में UPSC CSE 2022 का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने पहला स्थान हासिल किया। गौरतलब है कि इस बार टॉपर की सूची में लड़कियों ने बाज़ी मारी है। टॉपर की सूची :
- इशिता किशोर (Ishita Kishore)
- गरिमा लोहिया (Garima Lohia)
- उमा हरती एन (Uma Harathi N)
- स्मृति मिश्र (Smriti Mishra)
- मयूर हजारिका (Mayur Hazarika)
यूपीएससी वह संवैधानिक निकाय है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है. इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गयी है। इसमें एक अध्यक्ष और दस अन्य सदस्य शामिल होते हैं, जिनकी नियुक्ति और पदच्युति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह साल की अवधि तक अथवा 65 साल की उम्र पूरी होने तक अपने पद के कर्तव्यों का पालन करते है। संविधान का अनुच्छेद 316 सदस्यों की नियुक्ति और उनके कार्यालय की अवधि से संबंधित है।
4 आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वाईएसआर मत्स्यकारा भरोसा फंड जारी किया
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने हाल ही में YSRमत्स्यकारा भरोसा योजना के तहत 123.52 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य समुद्री मछली पकड़ने पर वार्षिक प्रतिबंध अवधि के दौरान मछुआरों और उनके परिवारों को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करना है। वाईएसआर मत्स्यकारा भरोसा योजना समुद्री मछली पकड़ने पर वार्षिक प्रतिबंध की अवधि के दौरान मछुआरे परिवारों को वित्तीय सहायता देने पर केंद्रित है। प्रत्येक मछुआरा परिवार को प्रत्यक्ष लाभ के रूप में ₹10,000 मिलते हैं, जो उन्हें प्रतिबंध अवधि के दौरान सहायता प्रदान करते हैं और एक स्थायी आजीविका सुनिश्चित करते हैं।
5 मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू
मध्य प्रदेश राज्य मंत्रिमंडल ने राज्य में बेरोजगार युवाओं के लिए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ नामक एक नई योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। यह योजना युवा व्यक्तियों को उनकी रोजगार क्षमता और आय क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना चाहती है। ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ के तहत, सरकार की विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 700 विभिन्न प्रकार के कार्यों में प्रशिक्षण देने की योजना है। इन क्षेत्रों में इंजीनियरिंग, होटल प्रबंधन, पर्यटन, यात्रा, अस्पताल सेवाएं, आईटीआई, सॉफ्टवेयर विकास, बैंकिंग, बीमा, लेखा, चार्टर्ड अकाउंटेंसी, वित्तीय सेवाएं, उद्योग और एमएसएमई उद्योग शामिल हैं। विकल्पों की विस्तृत श्रृंखला युवाओं को उनकी रुचियों और योग्यताओं के अनुरूप क्षेत्रों का चयन करने की अनुमति देती है।
6 ओडिशा के कपिलेश्वर मंदिर को संरक्षित स्मारकों की सूची में जोड़ा जाएगा
भुवनेश्वर में स्थित, प्रसिद्ध कपिलेश्वर मंदिर (Kapileshwar temple) ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए एक वसीयतनामा के रूप में खड़ा है। हाल ही में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इस मंदिर को अपनी संरक्षित स्मारकों की सूची में जोड़ने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। भुवनेश्वर, जिसे “भारत का मंदिर शहर” कहा जाता है, कई प्राचीन और पूजनीय मंदिरों का घर है। इनमें कपिलेश्वर मंदिर का विशेष स्थान है। प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर से लगभग 1 किमी दूर कपिलप्रसाद क्षेत्र में स्थित यह मंदिर सदियों से एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल रहा है।
7 जी-20, व्यापार और निवेश कार्यसमूह की दूसरी बैठक बेंगलुरु में शुरू हुआ
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोमप्रकाश ने आशा व्यक्त की है कि बेंगलुरु में भारत की जी-20 अध्यक्षता में शुरू हुई व्यापार और निवेश मामलों पर कार्य समूह की दूसरी बैठक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बाधाओं को दूर करने की दिशा में काम करेगी और बेहतर भविष्य तथा साझा खुशहाली के लिए डिजिटल विभाजन को दूर करेगी। तीन दिन की जी-20 कार्य समूह की बैठक के दौरान प्रौद्योगिकी और व्यापार पर केंद्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार की चुनौतियों और बाधाओं को दूर करने के लिए उद्योग जगत के प्रतिनिधि, अकादमिक क्षेत्र, शोध और अनुसंधान संगठन तथा सरकारी अधिकारी मिलकर काम करेंगे।
8 जी-20, आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यसमूह की दूसरी बैठक मुम्बई में शुरू हुई
जी-20 की आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यसमूह की दूसरी बैठक मुम्बई में शुरू हुई। इस बैठक का उद्देश्य रचनात्मक वित्तीय तंत्र की जांच और अवसरों की पहचान करके विशिष्ट समुदायों पर पडने वाले आपदा के प्रभाव को कम करना है। इस तीन दिवसीय बैठक में सरकारी अधिकारी, उद्योग विशेषज्ञ, निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि और 20 देशों के हितधारक शामिल होंगे।
9 आईएनएस सिंधुरत्न, रूस में नौसेना डॉकयार्ड में एक बड़ी मरम्मत के बाद मुंबई लौट आई
किलो-वर्ग की पनडुब्बी INS सिंधुरत्न रूस में एक महत्त्वपूर्ण उन्नयन के बाद सफलतापूर्वक मुंबई, भारत पहुँच गई है। सिंधुघोष-वर्ग से संबंधित डीज़ल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी INS सिंधुरत्न का एक समृद्ध इतिहास रहा है और इसने तीन दशकों से अधिक समय तक भारतीय नौसेना की सेवा की है। इसे वर्ष 1988 में कमीशन किया गया, यह अपने परिचालन जीवन और क्षमताओं को बढ़ाने के लिये कई उन्नयन एवं मरम्मत प्रक्रियाओं से गुज़रा है। विशेषत: वर्ष 2010 में इसे क्लब-एस क्रूज़ मिसाइल प्रणाली (Klub-S cruise missile system) से लैस किया गया था, जिससे इसकी मारक क्षमता बढ़ गई थी। वर्ष 2018 में इसने रूस में एक व्यापक मीडियम रिफिट लाइफ सर्टिफिकेशन (MRLC) कार्यक्रम चलाया, जिसमें महत्त्वपूर्ण प्रणालियों का प्रतिस्थापन शामिल था। INS सिंधुरत्न पश्चिमी नौसेना कमान की शक्ति और परिचालन तत्परता को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपने आधुनिक हथियार और सेंसर सूट के साथ यह पनडुब्बी भारत की समुद्री क्षमताओं को मज़बूत करती है तथा हिंद महासागर क्षेत्र में देश के हितों और सुरक्षा सुनिश्चित करने में योगदान देती है। किलो-वर्ग की पनडुब्बियों में 2,300 टन का विस्थापन, 300 मीटर की गहराई में गोता लगाने और 18 समुद्री मील की तीव्र गति क्षमता है। नौसेना के पास सेवा में 16 पारंपरिक पनडुब्बियाँ हैं। इनमें सात रूसी किलो-वर्ग की पनडुब्बियाँ, चार जर्मन मूल की HDW पनडुब्बियाँ और पाँच फ्राँसीसी स्कॉर्पिन-श्रेणी की पनडुब्बियाँ शामिल हैं।
10 INSV तारिणी चालक दल ऐतिहासिक यात्रा के बाद स्वदेश लौटा
INSV तारिणी के चालक दल की 17000 एनएम लंबी अंतर-महाद्वीपीय यात्रा समापन की ओर बढ़ रही है, जो महासागर नौकायन के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। दो असाधारण महिला अधिकारियों सहित छह सदस्यीय चालक दल को सम्मानित करने हेतु 23 मई, 2023 को भारतीय नौसेना जल कौशल प्रशिक्षण केंद्र (INWTC), INS मंडोवी, गोवा में एक भव्य ‘फ्लैग इन’ समारोह आयोजित किया जाएगा। छह महिला नौसेना अधिकारियों ने नाविक सागर परिक्रमा नौकायन अभियान के माध्यम से नौसेना और देश के अंदर समुद्री नौकायन की लोकप्रियता को बढ़ाया है। INSV तारिणी की वर्तमान यात्रा ने एक महिला को विश्व की एकल परिक्रमा पर भेजने के नौसेना के आगामी प्रयास की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम स्थापित किया है। INSV तारिणी भारतीय नौसेना की दूसरी सेलबोट है जिसका निर्माण गोवा में एक्वेरियस शिपयार्ड में किया गया था। इसे 18 फरवरी, 2017 को भारतीय नौसेना सेवा में नियुक्त किया गया था और ओडिशा में तारा तारिणी मंदिर के नाम पर इसका नामकरण किया गया था, जो प्राचीन ओडिशा के नाविकों और व्यापारियों के संरक्षक देवता हैं।
11 भारत की प्रमुख झीलों के सूखने की प्रवृत्ति चिंता पैदा करती है
हाल ही में हुए नवीन शोध, वर्ष 1992 से 2020 तक भारत में 30 से अधिक बड़ी झीलों के सूखने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं। इन झीलों में से 16 प्रमुख झीलें दक्षिण भारत में स्थित हैं, जिनमें मेट्टूर (तमिलनाडु), कृष्णराजसागर (कर्नाटक), नागार्जुन सागर (आंध्र प्रदेश राज्य के गुंटूर ज़िले और तेलंगाना राज्य के नलगोंडा ज़िले के मध्य अवस्थित) तथा इदमालयार (केरल) आदि शामिल हैं। यह शोध बताता है कि हाल का सूखा दक्षिण भारत में जलाशयों की जलधारण क्षमता में गिरावट के लिये संभावित कारक हो सकता है। कुल वैश्विक भूमि क्षेत्र के 3% को कवर करने वाली झीलें, कार्बन साइकलिंग के माध्यम से जलवायु को विनियमित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके महत्त्व के बावजूद झीलों को अक्सर अच्छी तरह से प्रबंधित नहीं किया जाता है और नदियों की तुलना में कम ध्यान दिया जाता है। उपग्रह अवलोकनों ने वैश्विक स्तर पर 90,000 वर्ग किलोमीटर स्थायी जल क्षेत्र की हानि दर्ज की है, किंतु इस हानि के पीछे निहित कारक स्पष्ट नहीं हैं। एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि विश्व की 53% सबसे बड़ी झीलों में जल की कमी हो रही है, जबकि 24% में वृद्धि हुई है। वैश्विक आबादी का लगभग 33% हिस्सा वृहत, सूखी झील वाले बेसिन में रहता है। आर्कटिक झीलों में शुष्कन की अधिक स्पष्ट प्रवृत्ति देखी गई है और यह सुझाव देता है कि जलवायु परिवर्तन, मानव जल की खपत के साथ इन परिवर्तनों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रभावी झील प्रबंधन और विश्व भर में समाज एवं जल आपूर्ति को बनाए रखने में उनके महत्त्व को पहचानने के लिये झील के जल में आ रही गिरावट के कारकों, जैसे तापमान, वर्षा, अपवाह और मानव उपभोग को समझना आवश्यक है।
12 आइआइटी मद्रास में स्थापित होगा भारत-इजराइल जल प्रौद्योगिकी केंद्र
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास ने ‘भारत-इजरायल जल प्रौद्योगिकी केंद्र’ (CoWT) स्थापित करने के लिए इजरायल के साथ साझेदारी की है। इस संयुक्त पहल का उद्देश्य भारत में जल संसाधन प्रबंधन और जल प्रौद्योगिकियों में चुनौतियों का समाधान करना है। केंद्र के लिए आशय पत्र (एलओआई) पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षर किए गए, जो भारत के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने में इस सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हैं।
13 तीसवीं इन्डेक्स दुबई -2023 अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में शुरू
तीसवीं इन्डेक्स दुबई -2023 अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में शुरू हुई। प्रदर्शनी के भारतीय मंडप में देश के 29 हस्तशिल्प निर्यातक भाग ले रहे हैं। इन निर्यातकों द्वारा यहां पर घर की सजावट, फैशन, जीवन शैली, फर्नीचर और वस्त्रों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा कालीन, रजाई, घरेलू सामान, रोशनी के सामान और बरतन भी प्रदर्शित किये गये हैं। भारतीय मंडप का आयोजन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद, सूती वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषद और कालीन निर्यात संवर्द्धन परिषद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। यह प्रदर्शनी 25 मई तक चलेगी।
14 भारत ने अनुदान सहायता के तौर पर बांग्लादेश को 20 ब्रॉड गेज रेल डीजल इंजन सौंपे
भारत ने परस्पर संबधों को और मजबूती देने के लिए बांग्लादेश को ब्रॉड गेज वाले बीस डीजल रेल इंजन सौंपे। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्जुअल माध्यम से बांग्लादेश के रेलमंत्री नुरूल इस्लाम सुजान को ये रेल इंजन सौंपे। इन्हें वर्चुअल माध्यम से बांग्लादेश के लिए रवाना किया गया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की 2019 में भारत यात्रा के दौरान केंद्र सरकार ने अनुदान सहायता के रूप में बांग्लादेश को डीजल रेल इंजन देने का वादा किया था। लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए वर्तमान में भारत और बांग्लादेश के बीच तीन जोड़ी यात्री रेलगाड़ियां कोलकाता-ढाका मैत्री एक्सप्रेस, कोलकाता-खुलना बंधन एक्सप्रेस और न्यू जलपाईगुड़ी-ढाका मिताली एक्सप्रेस चल रही हैं। रेल के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापार में प्रति माह वृद्धि हो रही है। दोनों देशों के बीच लगभग 100 मालगाड़ियां चल रही हैं।
15 अपर सचिव (रक्षा उत्पादन) के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया में लैंगकावी अंतर्राष्ट्रीय मेरिटाइम और एयरोस्पेस प्रदर्शनी-2023 में भाग लिया
अपर सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री टी. नटराजन के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 22-25 मई, 2023 के बीच मलेशिया के लैंगकावी में आयोजित 16वीं लैंगकॉवी अंतर्राष्ट्रीय मेरिटाइम और एयरोस्पेस प्रदर्शनी (लीमा 23) में भाग लिया। अपर सचिव (रक्षा उत्पादन) ने प्रदर्शनी से अलग मलेशिया के रक्षा मंत्री दातो सेरी मोहम्मद हसन से भी मुलाकात की। 1991 में स्थापित और द्विवार्षिक रूप से आयोजित ‘लीमा’ एशिया-प्रशांत में सबसे बड़ी मेरिटाइम (समुद्री) और एयरोस्पेस प्रदर्शनियों में से एक है। इस वर्ष के संस्करण में भारत सहित 30 से अधिक देशों के 600 से अधिक प्रदर्शक शामिल किए गए हैं।
16 जन जैव विविधता रजिस्टर को अद्यतन बनाने और सत्यापन के लिए राष्ट्रीय अभियान गोवा में प्रारम्भ
जन जैव विविधता रजिस्टर (पीबीआर) को अद्यतन बनाने और सत्यापन के लिए राष्ट्रीय अभियान गोवा में प्रारम्भ किया गया। यह भारत की समृद्ध जैविक विविधता के प्रलेखन और संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गोवा राज्य जैव विविधता बोर्ड, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण और गोवा सरकार के सहयोग से केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई। पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (जन जैव विविधता रजिस्टर) जैव विविधता के विभिन्न पहलुओं के व्यापक रिकॉर्ड के रूप में कार्य करता है। इसमें आवासों का संरक्षण, भूमि की प्रजातियों का संरक्षण, लोक प्रकारों और खेती, पालतू स्टॉक और जानवरों की नस्लें, सूक्ष्म जीव और क्षेत्र की जैविक विविधता से संबंधित ज्ञान का संचय शामिल है। जैविक विविधता अधिनियम, 2002 के अनुसार देशभर में स्थानीय निकायों द्वारा जैविक विविधता के संरक्षण, सतत उपयोग और प्रलेखन को बढ़ावा देने के लिए जैव विविधता प्रबंधन समितियां (बीएमसी) बनाई गई हैं। बीएमसी का गठन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थानीय निकायों द्वारा किया गया है और उन्हें स्थानीय समुदायों के परामर्श से पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (पीबीआर) तैयार करने का काम सौंपा गया है।
17 जीआरएसई के ‘गेन्स’ स्टार्टअप चैलेंज
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड, भारत देश की अग्रणी रक्षा शिपयार्ड और प्रथम श्रेणी की मिनी रत्न कंपनी, ने अपने स्टार्टअप के माध्यम से जहाज निर्माण में तकनीकी प्रगति करने की दिशा में अभिनव समाधानों के विकास की पहचान करने एवं उसे प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के भाग के रूप में, कंपनी ने पश्चिमी बंगाल के कोलकाता में जीआरएसई त्वरित नवाचार पोषण योजना-2023 या गेन्स 2023 (GRSE Accelerated Innovation Nurturing Scheme – 2023) की शुरुआत की है, जो जहाज डिजाइन एवं निर्माण उद्योग में वर्तमान समय में उभरती चुनौतियों का समाधान करने वाले इकोसिस्टम का लाभ प्राप्त करती है।
18 रूस और ईरान ने रश्त-अस्तारा रेलवे लिंक के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
रूस और ईरान ने हाल ही में एक रेल लिंक के निर्माण के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं जो अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (International North-South Transport Corridor – INSTC) को मजबूत करेगा और भारत और रूस के बीच व्यापार के विस्तार की सुविधा प्रदान करेगा। इस रेल लिंक में कनेक्टिविटी बढ़ाने और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की अपार क्षमता है। ईरान और रूस के राष्ट्रपतियों ने रेल लिंक के निर्माण को अंतिम रूप देने के समझौते पर अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं। यह मार्ग कैस्पियन सागर पर ईरानी शहर रश्त से अजरबैजान में अस्तारा तक जाएगा। इस रेल कनेक्शन के INSTC के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में काम करने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य भारत और रूस के बीच व्यापार को सुव्यवस्थित करना है।
19 उत्तर प्रदेश ने 5G टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया
उत्तर प्रदेश सरकार अपने कौशल विकास मिशन के तहत 5G प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करके कौशल विकास के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इस पहल का उद्देश्य दूरसंचार क्षेत्र और भविष्य की अर्थव्यवस्था को आकार देने में 5G तकनीक के महत्व को पहचानते हुए युवाओं को नई और भविष्य की रोजगार योग्य तकनीकों में आवश्यक कौशल से लैस करना है। 5G प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को नवीनतम तकनीकों में कुशल बनाना है जिसकी भविष्य के नौकरी बाजार में उच्च मांग होगी। यह कार्यक्रम 5G महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है कि 5जी तकनीक हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और सेवाओं सहित दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में निभाएगी। इसे भविष्य की तकनीक के रूप में देखा जाता है, जिसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) से लेकर मशीन-टू-मशीन संचार और एज कंप्यूटिंग तक के अनुप्रयोग शामिल हैं।
20 भारत ज़ोरावर लाइट टैंक बना रहा
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) और निजी क्षेत्र की फर्म Larsen & Toubro (L&T) संयुक्त रूप से लाइट टैंक जोरावर विकसित कर रहे हैं। इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य विशेष रूप से चीन के साथ चल रहे गतिरोध को लक्षित करते हुए पर्वतीय सीमा क्षेत्रों में भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाना है। यह टैंक इस साल के अंत तक परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगा। इसे लद्दाख सेक्टर में तैनात किया जाएगा। चीन की सीमा से सटे होने के कारण यह क्षेत्र सामरिक महत्व रखता है। इस टैंक का नाम जनरल ज़ोरावर सिंह के नाम पर रखा गया है, जो तिब्बत में अपने नेतृत्व और जीत के लिए जाने जाते हैं।