1 नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए 1261 करोड़ रुपए मंजूर हुए
सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन उपलब्ध कराने के लिए 1261 करोड़ रुपए के खर्च के साथ ‘नमो ड्रोन दीदी‘ योजना को को मंजूरी दी है। इस योजना का लक्ष्य 2024-25 से 2025-2026 के दौरान 14500 चुने गए स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराना है। किसान कल्याण विभाग ने इस योजना के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। योजना के तहत, महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन और उसके बाकी उपकरणों की खरीद के लिए 8 लाख रुपए तक दिए जाएंगे। महिला ड्रोन पायलट को मानदेय और महिला ड्रोन सखियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वयं सहायता समूह के जरिए किसानों को ड्रोन किराए पर दिए जाएंगे। ड्रोन का इस्तेमाल कृषि क्षेत्र में उर्वरकों का छिड़काव करने के लिए होगा।
2 इसरो ने भारत का पहला एनालॉग अंतरिक्ष मिशन लेह में किया शुरू, जानें क्या है मिशन
इसरो ने शुक्रवार को देश के पहले एनालॉग अंतरिक्ष मिशन के लॉन्च की घोषणा की जो लद्दाख के लेह में शुरू हुआ। इस मिशन का नेतृत्व इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने किया है जिसे एएकेए स्पेस स्टूडियो, लद्दाख विश्वविद्यालय, आईआईटी बॉम्बे के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है और लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद द्वारा समर्थित है। मिशन का उद्देश्य एक अंतरग्रहीय आवास में जीवन का अनुकरण करना और पृथ्वी से परे एक बेस स्टेशन स्थापित करने की चुनौतियों का पता लगाना है। लद्दाख का अत्यधिक अलगाव, कठोर जलवायु और अद्वितीय भौगोलिक विशेषताएं इसे इन खगोलीय पिंडों पर अंतरिक्ष यात्रियों के सामने आने वाली चुनौतियों का अनुकरण करने के लिए एक आदर्श स्थान बनाती हैं। यह मिशन भारत के गगनयान कार्यक्रम और भविष्य के अंतरिक्ष अन्वेषण का समर्थन करने के लिए मूल्यवान डेटा का योगदान देगा। लद्दाख की शुष्क जलवायु, उच्च ऊंचाई, बंजर भूभाग मंगल और चंद्र स्थितियों से काफी मिलते-जुलते हैं, जो इसे एनालॉग शोध के लिए आदर्श बनाते हैं। एनालॉग मिशन पृथ्वी के वातावरण में क्षेत्र परीक्षण हैं जो चरम अंतरिक्ष स्थितियों की नकल करते हैं। एनालॉग मिशन वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को यह समझने में मदद करते हैं कि अंतरिक्ष जैसी परिस्थितियों में मनुष्य, रोबोट और तकनीक किस तरह से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
3 बोत्सवाना के 6वें राष्ट्रपति बने यूडीसी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ड्यूमा बोको
अम्ब्रेला फॉर डेमोक्रेटिक चेंज-यूडीसी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ड्यूमा बोको को बोत्सवाना का छठा राष्ट्रपति घोषित किया गया। बोत्सवाना के मुख्य न्यायाधीश टेरेंस रन्नोवेन ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर यह घोषणा की। दक्षिणी अफ्रीकी देश के चुनावी कानून के अनुसार मतदान से नेशनल असेंबली के 61 सदस्यों और 609 स्थानीय पार्षदों का निर्धारण होगा, साथ ही जिस पार्टी के पास कम से कम 31 संसद सीटें होंगी उसे विजेता घोषित किया जाएगा।
4 आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने श्रीकाकुलम जिले के एदुपुरम में दीपम योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने श्रीकाकुलम जिले के एदुपुरम में “सुपर सिक्स प्रॉमिसेस” पहल के तहत दीपम योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की। इसके तहत पात्र परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए जाते हैं, जिसका उद्देश्य उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।
5 केरल कैडर के आईएएस अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने रक्षा सचिव का कार्यभार संभाला
राजेश कुमार सिंह ने 01 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया। वे केरल कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 20 अगस्त, 2024 को विशेष कार्य अधिकारी (रक्षा सचिव) का पदभार ग्रहण किया था। इससे पहले राजेश कुमार सिंह 24 अप्रैल, 2023 से 20 अगस्त, 2024 तक वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के सचिव का कार्यभार संभाल रहे थे। इससे पहले, उन्होंने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग में सचिव के पद पर कार्य किया।
6 तूफ़ान कोंग-रे ने तेज़ हवाओं के साथ ताइवान पर कहर बरपाया
टाइफून कोंग-रे ने 31 अक्टूबर 2024 को ताइवान में दस्तक दी, जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सावधानी बरती। स्कूल, कार्यालय और वित्तीय बाजार बंद कर दिए गए और हज़ारों निवासियों को उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से निकाला गया। लगभग 30 वर्षों में ताइवान को सीधे प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा टाइफून माना जाता है।
7 चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के दौरान मछुआरों के लिए स्वदेशी ट्रांसपोंडर जीवन रेखा साबित हुए
हाल ही में नभमित्र एप्लीकेशन ने वेसल कम्युनिकेशन और सपोर्ट सिस्टम का उपयोग करके चक्रवात दाना के दौरान समुद्र में मछुआरों की सहायता की। नभमित्र जहाज़ की स्थिति, मार्ग और गति की वास्तविक समय में निगरानी करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे चक्रवात जैसी प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के दौरान मछुआरों को सुरक्षित रूप से तट पर लौटने में सहायता मिलती है। यह मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की एक पहल है जिसमें स्वदेशी ट्रांसपोंडर प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया है। यह दो-तरफा संचार को सक्षम बनाता है जो मोबाइल कवरेज रेंज से परे इस तकनीक के आने से पहले संभव नहीं था। इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित किया गया है और इसका क्रियान्वयन इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के माध्यम द्वारा किया जा रहा है। परंपरागत रूप से, अधिकारी जहाजों से संपर्क करने के लिये अति उच्च आवृत्ति रेडियो तरंगों और फोन कॉल पर निर्भर थे, लेकिन मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति के कारण दूर के जल में मछली पकड़ने वाली नौकाओं का पता लगाना मुश्किल था।
8 रेलवे की एडवांस टिकट रिजर्वेशन का समय घटा
भारतीय रेलवे ने अपनी टिकटिंग पॉलिसी में बदलाव करते हुए एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया है। यह नया नियम 1 नवंबर से लागू होगा। जिन यात्रियों ने पहले ही अपनी टिकटें बुक कर ली हैं, उन पर इस बदलाव का कोई असर नहीं होगा। सफर से 61 से 120 दिन पहले तक किए गए लगभग 21% रिजर्वेशन कैंसिल किए गए, जबकि 5% यात्रियों ने ट्रेन नहीं पकड़ी। इसलिए यह निर्णय लिया गया है। ताज एक्सप्रेस और गोमती एक्सप्रेस जैसी कुछ दिन चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में रिजर्वेशन की कम समय सीमा का नियम लागू रहेगा। विदेशी पर्यटकों के लिए 365 दिनों का एडवांस रिजर्वेशन पीरियड नहीं बदलेगा।
9 लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में भारतीय सेना की गश्त शुरू हुई
भारतीय सेना ने 1 नवंबर से पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में गश्त शुरू कर दी है। 31 अक्टूबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच दीवाली के दौरान मिठाई बांटी गई थी। भारत और चीन के बीच साल 2020 में हुई गलवान घाटी की झड़प के बाद से देपसांग और डेमचोक सेक्टर में सीमा विवाद था। दोनों देशों के सैनिकों ने अलग-अलग जगहों पर एक-दूसरे की गश्त रोकी हुई थी। अब 4 साल से ज्यादा समय बाद हुए समझौते के तहत दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को विवादित जगहों से वापस बुलाया है और फिर से अपने-अपने इलाकों पर गश्त की शुरुआत की है। 18 अक्टूबर को जानकारी आई कि लद्दाख में दोनों सेनाएं अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में लौटेंगी। 21 अक्टूबर को पेट्रोलिंग को लेकर समझौता हुआ। जिसमें तय हुआ कि दोनों सेनाएं उन इलाकों में गश्त करेंगी जहां अप्रैल 2020 से पहले गश्त किया करती थीं।
10 अरुणाचल प्रदेश के मंत्री बियुराम वाघे ने पक्के बाघ अभयारण्य में बटरफ्लाई पार्क का उद्घाटन किया
अरुणाचल प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा जल संसाधन मंत्री बियुराम वाघे ने पक्के बाघ अभयारण्य में बटरफ्लाई पार्क का उद्घाटन किया। नए पार्क का उद्देश्य जैव विविधता संरक्षण के प्रयासों को बढ़ाना और क्षेत्र में पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को प्रोत्साहित करना है। श्री वाघे ने पक्के बाघ अभयारण्य की एक नई वेबसाइट का भी शुभारंभ किया, जिसमें संरक्षण, पर्यटन और जैव विविधता पर सुलभ जानकारी प्रदान की गई है। बटरफ्लाई पार्क में एक डिजिटल इंटरएक्टिव पैनल और एक वर्चुअल रियलिटी अनुभव भी शामिल है, जो बेहद आकर्षक होने के साथ-साथ आगंतुकों को तितलियों के बारे में विभिन्न जानकारियां प्रदान करता है।
11 विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला 2 नवंबर से
राजस्थान की संस्कृति को करीब से देखने और उसका लुत्फ उठाने का इंतजार खत्म हो गया है। विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला शनिवार (2 नवम्बर) से शुरू होने जा रहा है। इस मेले में लोग राजस्थान की संस्कृति रूबरू हो सकेंगे। यह मेला इस बार दो नवंबर से शुरू होकर 17 नवंबर को समाप्त होगा। पुष्कर मेले में देश का सबसे बड़ा पशु मेला भी शामिल होगा। मेले का सबसे बड़ा आकर्षण रेगिस्तान का जहाज ऊंट होता है। इसके करतब के अलावा कई प्रतियोगिताएं होती हैं, जिनमें देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से पर्यटक भी हिस्सा लेते हैं। मेले की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए जवान मुस्तैद रहेंगे। इसके लिए प्रशासनिक तैयारियाें को अंतिम रूप दे दिया गया है। पुष्कर में 15 दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में धार्मिक मेला ‘पंचतीर्थ स्नान’ पांच दिन के बजाय चार दिन का ही रहेगा। पंचतीर्थ स्नान कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी 12 नवंबर से कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा 15 नवम्बर तक ही होगा। यहां एक तिथि क्षय होना बताया जा रहा है, जिसके कारण पंचतीर्थ स्नान चार दिन के ही रहने वाले हैं।
12 पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप: हिमाचल प्रदेश के बीड़-बिलिंग दूसरी बार कर रहा पैराग्लाइडिंग विश्व कप की मेजबानी
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्वविख्यात साइट हिमाचल प्रदेश के बीड़-बिलिंग में शनिवार से आसमान में मानवीय परिंदों का रोमांच शुरू हो रहा है। दूसरी बार पैराग्लाइडिंग विश्व कप की मेजबानी करने वाली बीड़-बिलिंग घाटी में इस बार दो नवंबर से नौ नवंबर तक विश्व पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन द्वारा पर्यटन विभाग के सहयोग से इस विश्व स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस बार प्रतियोगिता में विभिन्न देशों के 105 के करीब प्रतिभागी पायलट हिस्सा ले रहे हैं। कुछ ऑफ लाइन एंट्री भी हुई हैं। वहीं करीब 10 महिला पायलट भी प्रतिभागी हैं। आठ दिवसीय प्रतियोगिता में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप इंडिया 2024 के साथ 5 एडवेंचर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप भी होंगी।