1 तीन साइंटिस्ट्स को मिला इकोनॉमिक साइंस में नोबेल
14 अक्टूबर को इकोनॉमिक साइंस में नोबेल प्राइज के लिए डारोन ऐसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेमा ए रॉबिन्सन के नाम की घोषणा हुई। तीनों साइंटिस्ट ने ‘ऑर्गनाइजेशंस के बनने और वह कैसे समृद्धि को प्रभावित करते हैं‘ को लेकर स्टडी की है। ऐसमोग्लू और जॉनसन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में काम करते हैं। रॉबिन्सन शिकागो यूनिवर्सिटी में रिसर्च करते हैं। इकोनॉमिक्स का नोबेल प्राइज 2023 में प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को मिला था। नोबेल प्राइज को बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है। नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है, जिन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था।
2 कविता सहाय ने DGMS का पद ग्रहण किया
14 अक्टूबर को सर्जन वाइस एडमिरल कविता सहाय ने नौसेना में डायरेक्टर जनरल ऑफ मेडिकल सर्विसेज (DGMS) का पद संभाला। सहाय इससे पहले सेना के मेडिकल कोर में कर्नल कमांडेंट के पद पर पहुंचने वाली पहली महिला ऑफिसर बन चुकीं हैं। कविता सहाय ने पैथोलॉजी और ओंकोपैथालॉजी में AIIMS से एक्सपर्टीज हासिल की है। वे आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च और रेफरल (HRR) और बेस हॉस्पिटल दिल्ली कैंट (BHDC) में लैब साइंसेज की प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वे पुणे में FMSC में पैथोलॉजी विभाग में प्रोफेसर पद भी संभाल चुकी हैं। कविता सहाय को 2024 में सेना पदक और 2018 में विशिष्ट सेवा पद से सम्मानित किया जा चुका है।
3 महाराष्ट्र् स्टेट स्किल यूनिवर्सिटी का नाम बदला
14 अक्टूबर को महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र स्टेट स्किल यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर ‘रतन टाटा महाराष्ट्र राज्य स्किल यूनिवर्सिटी‘ कर दिया। महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने कैबिनेट बैठक के दौरान यूनिवर्सिटी का नाम बदलने का फैसला सुनाया। टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे रतन टाटा का 9 अक्टूबर को निधन हो गया था। महाराष्ट्र सरकार ने पद्म विभूषण रतन टाटा के सम्मान में यूनिवर्सिटी का नाम बदला है। महाराष्ट्र स्टेट स्किल यूनिर्सिटी में स्टूडेंट्स को रोजगार के लिए स्किल डेवलपमेंट का कोर्स कराया जाता है। 17 एकड़ में फैली यह यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र के पनवेल में स्थित है। यह महाराष्ट्र की पहली स्टेट स्किल यूनिवर्सिटी है। इसकी स्थापना 2017 में महाराष्ट्र स्टेट स्किल सोसाइटी अधिनियम, 2015 के तहत हुई थी।
4 जल शक्ति मंत्रालय ने 5 वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सोमवार को 5 वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के विजेताओं की सूची की घोषणा की है। सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार ओडिशा को दिया गया है, जबकि उत्तर प्रदेश को दूसरा तथा गुजरात और पुडुचेरी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक प्रशस्ति पत्र और एक ट्रॉफी के साथ-साथ कुछ श्रेणियों में नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। जल शक्ति मंत्रालय के मुताबिक जल शक्ति मंत्रालय के तहत जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (डीओडब्ल्यूआर, आरडी एंड जीआर) ने 5 वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2023 के लिए 9 श्रेणियों में संयुक्त विजेताओं सहित 38 विजेताओं की घोषणा की है। इनमें सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ स्कूल या कॉलेज, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ, सर्वश्रेष्ठ संस्थान (स्कूल या कॉलेज के अलावा) और सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज शामिल हैं।
5 किशोर कुमार की 37वीं पुण्य तिथि पर राजकुमार हिरानी को खंडवा में राष्ट्रीय किशोर कुमार पुरस्कार से सम्मानित किया गया
प्रसिद्ध गायक और अभिनेता किशोर कुमार की 37वीं पुण्य तिथि के अवसर पर मध्य प्रदेश के खंडवा में लोकप्रिय फिल्म निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक राजकुमार हिरानी को राष्ट्रीय किशोर कुमार पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कुँवर विजय शाह ने यह राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। मध्य प्रदेश का खंडवा जिला किशोर कुमार का जन्मस्थान है। यह पुरस्कार 1997 से प्रतिवर्ष मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा प्रख्यात कलाकारों को दिया जाता है।
6 भारतीय युवाओं के लिए वर्किंग हॉलिडे मेकर वीजा
14 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के असिस्टेंट मिनिस्टर ऑफ इमिग्रेशन मैट थिसलथवेट ने भारतीय युवाओं के लिए वर्किंग हॉलिडे मेकर वीजा लॉन्च करने का ऐलान किया। थिसलथवेट ने भारत की यात्रा के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए वीजा की घोषणा की। इससे 18 से 30 साल के 1 हजार भारतीय युवाओं को ऑस्ट्रेलिया में काम करने और पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। इस वीजा से 12 महीने तक ऑस्ट्रेलिया में रहकर कल्चरल स्टडी की अनुमति मिलेगी। अभी भारतीय युवा ऑस्ट्रेलिया में स्टूडेंट वीजा पर पढ़ाई और कुशल वीजा के तहत काम कर रहे हैं। वीजा बैलट प्रोसेस 1 अक्टूबर को शुरू हो चुकी है, जिसमें अभी तक 40 हजार युवाओं ने अप्लाई कर दिया है। वर्किंग हॉलिडे मेकर वीजा की सालाना 1 हजार स्टूडेंट्स की लिमिट है, जिसे बैलेट प्रोसेस से चुना जाएगा।
7 एएनआरएफ ने पीएमईसीआरजी और एमएएचए-ईवी की शुरुआत की घोषणा की
अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) ने अपनी पहली दो पहलों के दौरान प्रधानमंत्री प्रारंभिक कैरियर अनुसंधान अनुदान (पीएमईसीआरजी) और उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति के लिए मिशन-इलेक्ट्रिक वाहन (एमएएचए-ईवी) मिशन की शुरुआत की घोषणा की है। पीएमईसीआरजी देश की परिवर्तनकारी यात्रा में शामिल होने और भारत की वैज्ञानिक उत्कृष्टता और नवाचार की उन्नति में योगदान देने के लिए प्रारंभिक कैरियर शोधकर्ताओं को आमंत्रित करता है। दूसरी ओर, एमएएचए-ईवी मिशन को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) घटकों, विशेष रूप से बैटरी सेल, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीन और ड्राइव (पीईएमडी) और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक मजबूत अनुसंधान और विकास पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। दोनों पहलों का उद्देश्य अकादमिक अनुसंधान और औद्योगिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटने में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभाना है।
8 स्पेसएक्स ने स्टारशिप के जरिए बूस्टर स्टेज को रोबोटिक आर्म्स से पकड़ा
अमरीका में, एलॉन मस्क की कम्पनी स्पेसएक्स ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कम्पनी की स्टारशिप ने दक्षिणी टेक्सास के लॉन्चपैड पर गिरने वाले बूस्टर स्टेज को अपनी रोबोटिक आर्म्स के जरिए पकड़ा। उड़ान भरने के बाद बूस्टर लॉंन्चपैड की ओर लौट आया जबकि स्टारशिप के ऊपरी स्टेज को एक घंटे के भीतर हिंद महासागर की ओर आना था। 71 मीटर की ऊंचाई वाला स्टारशिप रॉकेट अब तक का सबसे शक्तिशाली अंतरिक्षयान है। इस रॉकेट को बार-बार प्रयोग किया जा सकता है। इस रॉकेट को बनाने वाली स्पेसएक्स कम्पनी पुरानी रॉकेट प्रणाली से अलग एक ऐसा अंतरिक्षयान बनाने की उम्मीद कर रही है जो जमीन पर आकर ईधन भरे और कुछ घंटो बाद फिर से उड़ान भर ले।
9 नासा ने किसी ग्रह मिशन के लिए बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान यूरोपा क्लिपर लॉन्च किया
नासा ने यूरोपा क्लिपर लॉन्च किया है, जो किसी ग्रह मिशन के लिए बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान है। इस अंतरिक्ष यान का उद्देश्य यह जांचना है कि बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा में जीवन के लिए उपयुक्त परिस्थितियां हैं या नहीं। जिसमें बर्फ के मोटे बाहरी आवरण के नीचे छिपे हुए विशाल उपसतह महासागर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। रोबोटिक सौर ऊर्जा से चलने वाला यह जांच यान 5 साल और 6 महीने में लगभग 2.9 बिलियन किलोमीटर की यात्रा करने के बाद 2030 में बृहस्पति के चारों ओर की कक्षा में प्रवेश करेगा। यूरोपा क्लिपर का नाम इसके गंतव्य, बृहस्पति के बर्फीले चंद्रमा यूरोपा के नाम पर रखा गया है। यूरोपा क्लिपर सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति के चारों ओर एक तीव्र विकिरण वातावरण में काम करेगा।
10 अगले वर्ष आई.एस.एस.एफ. जूनियर विश्व कप की मेजबानी करेगा भारत
भारत, अगले वर्ष आई.एस.एस.एफ. जूनियर विश्व कप की मेजबानी करेगा। अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल परिसंघ के अध्यक्ष लुसियानो रोसी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने विश्व में निशानेबाजी की बढती लोकप्रियता में भारत के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत न केवल अपने प्रतिभाशाली निशानेबाजो, बल्कि खेल बुनियादी ढांचे के विस्तार की अपनी प्रतिबद्धता के कारण निशानेबाजी जगत की एक प्रमुख ताकत है।