1 झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज रक्षाबंधन से एक दिन पहले “मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना” की शुरुआत की
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षाबंधन से एक दिन पहले “मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना” की शुरुआत की। श्री सोरेन ने राज्य के पाकुड़ जिले में इस योजना का शुभारंभ करते हुए 57 हजार एक सौ बीस महिला लाभार्थियों को एक-एक हजार रुपये की पहली किस्त सीधा उनके बैंक खाते में भेजी गई। योजना के अंतर्गत 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को प्रति माह एक हजार रुपये यानी सालाना 12 हजार रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। श्री सोरेन ने कहा कि सितंबर से लाभार्थियों को हर महीने की 15 तारीख को यह राशि मिलेगी। ‘मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना’ का लक्ष्य राज्य की 48 लाख महिलाओं को लाभान्वित करना है।
2 रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने चेन्नई में कलैग्नार एम करुणानिधि की जन्म शताब्दी के अवसर पर स्मारक सिक्का जारी किया
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 18 अगस्त, 2024 को चेन्नई में तमिलनाडु के पांच बार के पूर्व मुख्यमंत्री कलैग्नार एम करुणानिधि की जन्म शताब्दी के अवसर पर एक स्मारक सिक्का जारी किया। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में, उन्हें देश के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक नेता, भारतीय राजनीति के दिग्गज, एक सक्षम प्रशासक, सामाजिक न्याय के समर्थक और एक सांस्कृतिक दिग्गज बताया।
3 थाइलैंड के राजा महा वाजीरालोंगकोर्न ने पेटोंगतार्न शिनावात्रा को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया
थाइलैंड के राजा महा वाजीरालोंगकोर्न ने पेटोंगतार्न शिनावात्रा को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के महासचिव अरफात सुकानन ने एक कार्यक्रम में शिनावात्रा को प्रधानमंत्री नियुक्त करने की घोषणा की। उन्हें इस महीने की 16 तारीख को संसद में बहुमत मिला था। थाइलैंड के राजा की पुष्टि के बाद 37 वर्षीय पेटोंगतार्न शिनावात्रा देश की सबसे युवा और दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। वे स्रेथा थाविसिन के स्थान पर प्रधानमंत्री बनी हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि के एक व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री के पद पर नियुक्त करने से जुड़े मामले में संवैधानिक न्यायालय ने स्रेथा थाविसिन को इस महीने की 14 तारीख को पद से हटा दिया था। सुश्री पेटोंगतार्न प्रधानमंत्री बनने वाली शिनावात्रा परिवार की चौथी सदस्य हैं।
4 एफएसएसएआई ने भारतीय खाद्य पदार्थों में माइक्रोप्लास्टिक संदूषण को दूर करने के लिए परियोजना आरंभ की
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने 18 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में खाद्य पदार्थों में माइक्रोप्लास्टिक संदूषण को लेकर बढ़ती चिंता से निपटने के लिए एक नवोन्मेषी परियोजना आरंभ की। माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण को एक उभरते खतरे, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है, के रूप में स्वीकार करते हुए – “उभरते खाद्य संदूषक के रूप में माइक्रो-और नैनो-प्लास्टिक: मान्य पद्धतियों की स्थापना और विभिन्न खाद्य मैट्रिक्स में व्याप्ति की समझ” – परियोजना इस वर्ष मार्च में विभिन्न खाद्य उत्पादों में माइक्रो और नैनो-प्लास्टिक का पता लगाने के लिए विश्लेषणात्मक तरीकों को विकसित और मान्य करने के साथ-साथ भारत में उनकी व्याप्ति और जोखिम के स्तर का आकलन करने के लिए आरंभ की गई थी। परियोजना के प्राथमिक उद्देश्यों में माइक्रो/नैनो-प्लास्टिक विश्लेषण के लिए मानक प्रोटोकॉल विकसित करना, इंट्रा- और इंटर-लैबोरेटरी तुलना करना तथा उपभोक्ताओं के बीच माइक्रोप्लास्टिक जोखिम के स्तर पर महत्वपूर्ण डेटा तैयार करना शामिल है।
5 एपीईडीए ने पोलैंड को अंजीर के जूस की पहली खेप निर्यात की
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) ने जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर से बने भारत के प्रथम पीने के लिए तैयार अंजीर के रस को पोलैंड को निर्यात के लिए सुगम बनाया। अंजीर के रस की यह खेप सभी हितधारकों की उपस्थिति में एपीईडीए के अध्यक्ष श्री अभिषेक देव द्वारा हरी झंडी दिखाकर 1 अगस्त, 2024 को जर्मनी के हैम्बर्ग बंदरगाह से होते हुए रवाना हुई। यह आयोजन वैश्विक मंच पर भारत के विशिष्ट कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। वर्ष 2022 में हैम्बर्ग को ताज़े जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर के पहले निर्यात के बाद से, एपीईडीए ने छोटे किसानों के साथ पूर्ण सहयोग से कार्य किया है।
6 17वें अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान ओलंपियाड में भारत का प्रदर्शन
भारतीय छात्र दल ने 08-16 अगस्त, 2024 तक बीजिंग, चीन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान ओलंपियाड (आईईएसओ) के 17वें संस्करण में कई प्रतिष्ठित पदक जीते हैं। गुजरात, केरल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के छात्रों वाली चार सदस्यीय भारतीय दल ने तीन प्रतियोगिता श्रेणियों (सिद्धांत और व्यावहारिक, पृथ्वी प्रणाली परियोजना और अंतर्राष्ट्रीय दल दायर जांच) में तीन स्वर्ण और कांस्य और दो रजत पदक जीते हैं।