राष्ट्रपति ने 3 नई रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया

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1 राष्ट्रपति ने 3 नई रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया​


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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 7 दिसंबर को ओडिशा को तीन नई रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसमें बंगारीपोशी-गोरुमहिशाणी, बुढ़ामरा-चाकुलिया, बादामपहाड़-केंदुझर रेलवे प्रोजेक्ट्स शामिल है। इसके लिए 6,200 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। 82 किलोमीटर लंबी बादामपहाड़-केंदुझारगढ़ नयी रेल लाइन ओडिशा के मयूरभंज और क्योंझर जिलों को जोड़ेगी। इस लाइन का निर्माण 2,106 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। बंगरीपोसी-गोरुमहिसानी नयी रेल लाइन की लंबाई 86 किलोमीटर है। यह रेल परियोजना ओडिशा के मयूरभंज जिले को कवर करेगी। इस लाइन के निर्माण में 2,549 करोड़ की लागत आने की संभावना है। ओडिशा के मयूरभंज जिले और झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले को कवर करने वाली तीसरी रेल परियोजना बुरामारा-चाकुलिया है। 60 किलोमीटर की इस नयी रेल लाइन को बनाने में 1,639 करोड़ रुपये खर्च होगा। इसके साथ राष्ट्रपति ने यहीं से वर्चुअल मोड में रायरंगपुर में जनजातीय अनुसंधान केंद्र, रायरंगपुर दांडाबोस हवाई अड्डे के उन्नयन, रायरंगपुर उपमंडल स्तरीय अस्पताल में एक नए भवन के निर्माण की आधारशिला रखी।

2 केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने हरियाणा के पंचकूला में टीबी के मामलों और मृत्यु दर को कम करने के लिए एक सौ दिवसीय गहन राष्ट्रव्यापी अभियान का शुभारंभ किया​


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भारत के टीबी उन्मूलन प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने हरियाणा के पंचकूला में राज्‍य के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती आरती सिंह राव की मौजूदगी में एक सौ दिवसीय गहन टीबी उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया। देश भर के 347 जिलों में लागू किए जाने वाले इस अभियान का लक्ष्य टीबी के छूटे हुए मामलों, खासकर उच्च जोखिम वाले समूहों में, का पता लगाना और उनका इलाज करना तथा टीबी से होने वाली मौतों को काफी हद तक कम करना है। यह अभियान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत भारत में तपेदिक (टीबी) अधिसूचना और मृत्यु दर की चुनौतियों को संबोधित करके टीबी को समाप्त करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

3 देश में 85 केंद्रीय और 28 नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे​


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केंद्रीय मंत्रिमंडल की 6 दिसंबर को दिल्ली में बैठक हुई। इस दौरान 85 केंद्रीय विद्यालय (KV), 28 नवोदय विद्यालय (NV) और दिल्ली मेट्रो के फेज 4 को मंजूरी मिली है। चौथे फेज में रिठाला-कुंडली कॉरिडोर का कंस्ट्रक्शन होगा। इन स्कूलों को बनाने के लिए 8232 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। KV के लिए 5,872 करोड़ रुपए और NV के लिए 2,360 करोड़ रुपए हैं। नए KV से 82 हजार 560 छात्रों को NV से 15 हजार 680 छात्रों फायदा होगा और इनसे स्कूलों के कारण 6,700 जॉब जनरेट होंगी। KV में 5,388 रेगुलर ओपनिंग और NV में 1,316 पदों पर ओपनिंग जनरेट होंगीं। सभी केंद्रीय विद्यालयों (KV) और नवोदय विद्यालयों को पीएम श्री स्कूल के तौर पर तैयार किया गया है। नई शिक्षा नीति को लागू करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार साल 2022 में प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री स्कूल योजना) लाई थी। पीएम श्री स्कूल योजना के तहत देश के 14500 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकासित किया जाना है। इन स्कूलों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, स्मार्ट क्लास, आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी सुविधाओं से लैस किया जाना है। कैबिनेट बैठक में दिल्ली मेट्रो के रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है। ये 26 किलोमीटर का है और दिल्ली को हरियाणा से जोड़ेगा। इस कॉरिडोर में 21 स्टेशन होंगे, सभी एलिवेटेड होंगे।

4 भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक तैयार हुआ​


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भारत का पहला हाइपरलूप टेस्टिंग ट्रैक तैयार हो गया है। ये ट्रैक IIT-मद्रास के कैंपस में बना है और इसकी लंबाई 410 मीटर है। हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रेन है, जो एक ट्यूब के भीतर वैक्यूम में चलती है। यह ट्रैक भारतीय रेलवे, IIT-मद्रास की आविष्कार हाइपरलूप टीम और स्टार्टअप ट्यूटर हाइपरलूप का साझा प्रोजेक्ट है। इस टेस्ट ट्रैक पर 100 किमी/घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकती है। अब लंबे ट्रैक पर 600 किमी/घंटे की रफ्तार पर हाइपरलूप का टेस्ट किया जाएगा। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई-पुणे हाइपरलूप प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। दुनिया में सबसे पहले हाइपरलूप का विचार 2012 में इलॉन मस्क ने दिया था। IIT-मद्रास के इस प्रोजेक्ट में 76 छात्र काम कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट 2 फेज में तैयार किया जाएगा। पहले चरण में 11.5 किलोमीटर ट्रैक का निर्माण शामिल होगा फिर जरूरी टेस्ट पूरा होने के बाद, लगभग 100 किमी के बाकी के ट्रैक को कवर करने के लिए दूसरा चरण शुरू किया जाएगा।

5 फ्रांस में ऐतिहासिक नोत्रेडम गिरजाघर को लगभग साढे पांच वर्ष के बाद आम जनता के लिए फिर खोला जा रहा है​


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फ्रांस में, विश्‍व प्रसिद्ध 861 वर्ष पुराने ऐतिहासिक नोत्रेडम गिरजाघर को लगभग साढे पांच वर्ष के बाद आम जनता के लिए फिर खोला जा रहा है। यह गिरजाघर आग लगने से बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हो गया था। इस गिरजाघर का पुनरोद्धार राष्‍ट्रपति इम्‍मानुअल मेक्रों के लिए एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। इस अवसर पर दुनियाभर के नेता और गणमान्‍य व्‍यक्ति तथा श्रद्धालु जुट रहे हैं। लगभग एक हजार पांच सौ अतिथियों में अमरीका की प्र‍थम महिला जिल बाइडेन, अमरीका के निर्वाचित राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और बिट्रेन के राजकुमार विलियम सहित करीब 50 राष्‍ट्रों और सरकारों के प्रमुख शामिल हैं। गौथिक शैली का मध्‍ययुगीन यह गिरजाघर 15 अप्रैल 2019 को भयानक अग्निकांड की चपेट में आ गया था। इसकी छत गिर गई थी लेकिन दीवारें और खंभे बचे गये थे।

6 केरल के आर्कबिशप जॉर्ज कूवाकड को पोप फ्रांसिस ने नियुक्त किया कार्डिनल​


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वेटिकन में शनिवार को एक भव्य समारोह में पोप फ्रांसिस ने भारतीय पादरी जॉर्ज कूवाकड को कार्डिनल नियुक्त किया। इस समारोह में दुनियाभर के पादरी और गणमान्य लोग शामिल हुए। यह आयोजन सेंट पीटर्स बासिलिका में हुआ, जहां विभिन्न देशों से 21 नए कार्डिनल नियुक्त किए गए। जॉर्ज कूवाकड की पदोन्नति से भारत में अब कार्डिनल की कुल संख्या छह हो गई है। इससे वेटिकन में भारत का प्रतिनिधित्व और भी मजबूत हुआ है। कूवाकड ने अल्जीरिया, दक्षिण कोरिया, ईरान, कोस्टा रिका और वेनेजुएला जैसे देशों में चर्च के कूटनीतिक कार्यों में अहम भूमिका निभाई है। वह 2020 से वेटिकन के सचिवालय में पोप की वैश्विक यात्राओं का आयोजन कर रहे हैं।

7 नेब्रास्का ने 6 दिसंबर को महात्मा गांधी स्मृति दिवस घोषित किया​


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6 दिसंबर, 2024 को नेब्रास्का स्टेट कैपिटल (संयुक्त राज्य अमेरिका) में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया गया, जिसे “महात्मा गांधी स्मरण दिवस” के रूप में घोषित किया गया। नेब्रास्का के गवर्नर जिम पिलेन ने यह विशेष दिन गांधी जी के अहिंसा, सहिष्णुता और न्याय के सिद्धांतों को सम्मानित करने के लिए घोषित किया, जिनकी आज की दुनिया में प्रासंगिकता को रेखांकित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सिएटल स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास और नेब्रास्का गवर्नर कार्यालय के सहयोग से हुआ, जो सांस्कृतिक समझ और दीर्घकालिक साझेदारी को दर्शाता है।
 
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